नई दिल्ली: पहलवानों की शिकायत और लगातार विरोध के बाद दिल्ली पुलिस की एक टीम भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ सबूत जुटाने के लिए उत्तर प्रदेश, झारखंड, कर्नाटक और हरियाणा तक पहुंच चुकी हैं.
दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को महिला पहलवानों द्वारा डब्ल्यूएफआई प्रमुख और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ कथित यौन अपराध के मामले में दायर आवेदन पर स्थिति रिपोर्ट दाखिल की.
डब्ल्यूएफआई प्रमुख के खिलाफ कई महिला पहलवानों ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया. भाजपा सांसद की गिरफ्तारी और कुश्ती महासंघ से हटाने की मांग को लेकर प्रदर्शनकारी पहलवान राष्ट्रीय राजधानी में जंतर मंतर के बाहर डेरा डाले हुए हैं.
दिल्ली पुलिस आरोपों के बारे में अधिक जानने के लिए विदेशी एजेंसियों के संपर्क में भी है, और उनकी विदेश यात्राओं की जानकारी भी जुटा रही हैं. पुलिस ने सबूत के तौर पर अलग-अलग जगहों से फोटो और वीडियो भी जुटाए हैं.
सुप्रीम कोर्ट के नोटिस के बाद दिल्ली पुलिस ने 28 अप्रैल को दो एफआईआर दर्ज की थी. इस साल की शुरुआत में, पहलवान WFI प्रमुख के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने के लिए आगे आए, जिसके बाद केंद्रीय युवा मामले और खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने WFI, बृज भूषण शरण सिंह और कुछ कोच के खिलाफ आरोपों की जांच के लिए एक ‘निरीक्षण समिति’ के गठन की घोषणा की.
अदालत को यह भी बताया गया कि मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है.
रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के सहायक सचिव विनोद तोमर को भी एफआईआर में आरोपी के रूप में नामित किया गया है.
हालांकि बृजभूषण ने पहलवानों द्वारा अपने ऊपर लगाए गए आरोपों का खंडन किया है.
प्रदर्शनकारी पहलवानों ने यह भी मांग की कि खेल मंत्रालय डब्ल्यूएफआई प्रमुख के खिलाफ आरोपों की जांच के लिए गठित निगरानी समिति के निष्कर्षों को सार्वजनिक करे.
दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने बुधवार को डब्ल्यूएफआई प्रमुख और भाजपा सांसद बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए पहलवानों द्वारा दर्ज एफआईआर की जांच पर दिल्ली पुलिस से स्थिति रिपोर्ट मांगी थी.
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