नई दिल्ली: कथित यौन उत्पीड़न को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता और भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह ने 5 जून की अयोध्या महा रैली को स्थगित कर दिया है.
कैसरगंज के सांसद ने घोषणा करने के लिए शुक्रवार सुबह फेसबुक का सहारा लेते हुए लिखा, “कुछ राजनीतिक दल विभिन्न रैलियों का आयोजन करके सामाजिक सद्भाव को बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं, जहां वे क्षेत्रवाद, जातिवाद और प्रांतवाद को बढ़ावा दे रहे हैं.”
“इसलिए मैंने समाज में फैलाई जा रही गंदी धारणा को दूर करने के लिए अयोध्या में एक रैली आयोजित करने का फैसला किया था. लेकिन चूंकि पुलिस मामले की जांच कर रही है, और सुप्रीम कोर्ट के फैसले के संबंध में, मैं 5 जून को अयोध्या में होने वाली जन चेतना महा रैली को स्थगित कर रहा हूं.”
रैली के विभिन्न उद्देश्यों में, बृज शरण – जिनके खिलाफ दो प्राथमिकी में से एक में यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण (POCSO) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है – POCSO को कमजोर करने की मांग कर रहे हैं.
अयोध्या में ‘जन चेतना महा रैली’ को महिला पहलवानों द्वारा उन पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने के मद्देनजर हिंदू संतों के एक वर्ग के समर्थन को मजबूत करने के उनके प्रयास के रूप में देखा जा रहा था.
संतों का कोई भी समर्थन ऐसे समय में प्रतीत होता है जब किसान संघ पहलवानों के समर्थन में सामने आए हैं और पहलवानों के आंदोलन को आगे बढ़ाने के लिए अगले कदमों पर चर्चा करने के लिए महापंचायतों का आयोजन कर रहे हैं.
गुरुवार को मुजफ्फरनगर में एक महापंचायत में, भाटिया किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने दावा किया था कि वह अयोध्या गए थे और संतों से व्यक्तिगत रूप से बात की थी, जिन्होंने पहलवानों का समर्थन किया था.
‘झूठे आरोप’
बृज शरण ने अपने फेसबुक पोस्ट में कहा कि वह राजनीति के शिकार हैं और उन पर लगे आरोप झूठे हैं. “मैंने आपके समर्थन से पिछले 28 वर्षों से लोकसभा की सेवा की है. मैंने सभी जातियों, समुदायों और धर्मों के लोगों को एक करने की कोशिश की है. इसलिए मेरे विरोधियों ने मुझ पर झूठे आरोप लगाए हैं.”
गुरुवार को, दिप्रिंट ने कैसरगंज के सांसद के खिलाफ प्राथमिकी के विवरण पर रिपोर्ट की, जिसमें शिकायतकर्ताओं ने वर्षों से कथित तौर पर उनके हाथों हुए यौन शोषण का वर्णन किया है.
बृज शरण ने बार-बार आरोपों से इनकार किया है और कहा है कि अगर उनके खिलाफ कुछ भी साबित हुआ तो वह खुद को फांसी लगा लेंगे. उन्होंने लिखा, “इस मुद्दे पर (यौन उत्पीड़न के आरोप) सभी धर्मों, जातियों और क्षेत्रों के लोगों ने मुझे अपना समर्थन दिया है.”
(इस खबर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)
यह भी पढ़ें-‘दूसरे आंदोलन के लिए तैयार हैं किसान’ मुजफ्फर नगर महापंचायत में खाप ने की पहलवानों के समर्थन की घोषणा