लेह, छह सितंबर (भाषा) प्रशासन की प्राथमिकता क्षेत्र के शहरी केंद्रों और दूरदराज के गांवों के बीच विकास की खाई को पाटना है। लद्दाख के उपराज्यपाल कवीन्द्र गुप्ता ने यह कहा।
गुप्ता ने शुक्रवार को न्योमा उप-मंडल के अपने पहले दौरे के दौरान जनता दरबार में कहा कि प्रशासन समतामूलक विकास के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है तथा यह सुनिश्चित करता है कि विकास, कल्याणकारी योजनाओं और बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का लाभ समाज के हर वर्ग तक पहुंचे, विशेष रूप से भौगोलिक और जलवायु चुनौतियों के कारण अक्सर उपेक्षित रह जाने वाले ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों तक।
उन्होंने कहा, ‘कोई भी गांव, चाहे वह कितना भी दूरस्थ या पहुंच में कठिन क्यों न हो, प्रगति की यात्रा में पीछे नहीं छूटेगा और प्रशासन की प्राथमिकता शहरी केंद्रों और केंद्र शासित प्रदेश के दूरदराज के गांवों के बीच विकास के अंतर को पाटना है।’
उपराज्यपाल ने इस बात पर जोर दिया कि नागरिकों के साथ प्रत्यक्ष, आमने-सामने बातचीत प्रभावी शासन की आधारशिला है क्योंकि इससे प्रशासन को लोगों की चिंताओं को समझने, विश्वास बनाने और हर घर तक विकास सुनिश्चित करने में मदद मिलती है।
उन्होंने कहा कि शासन निरंतर संवाद पर आधारित होना चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘लोगों के साथ सीधा जुड़ाव रिश्तों को मजबूत बनाता है, सेवा वितरण में सुधार करता है और सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा देता है।’
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शुभम माधव
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