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Sunday, 28 April, 2024
होमदेशआज ब्रांड एंबेसडर, कल शीर्ष पुलिस अधिकारी — ‘क्रिकेटर से ठग बने’ मृणांक सिंह की ज़िंदगी

आज ब्रांड एंबेसडर, कल शीर्ष पुलिस अधिकारी — ‘क्रिकेटर से ठग बने’ मृणांक सिंह की ज़िंदगी

हरियाणा के पूर्व अंडर-19 खिलाड़ी मृणांक सिंह को दिल्ली पुलिस ने सोमवार को ताज पैलेस होटल से पांच लाख रुपये रुपये से अधिक की ठगी करने के आरोप में गिरफ्तार किया था.

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नई दिल्ली: कारें, घड़ियां और क्रिकेट — मृणांक सिंह के आकर्षक, वेरीफाइड इंस्टाग्राम अकाउंट पर 42,000 से अधिक फॉलोअर्स हैं और इसमें कुछ भी संदेहास्पद नहीं है. उसके बायो में लिखा है कि वह एक खिलाड़ी है और कामकाज से जुड़ी जानकारी के लिए उससे संपर्क के लिए एक ईमेल आईडी भी मौजूद है, जैसा कि आप आजकल लगभग हर सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर के बायो में देखते ही होंगे.

यह सच है कि वह एक खिलाड़ी है — वह हरियाणा की अंडर-19 क्रिकेट टीम का हिस्सा रहा है और उसने 2021 रणजी ट्रॉफी में खेलने का दावा किया है. इसके अलावा, पुलिस सूत्रों के अनुसार, उसने दावा किया कि नीलामी में चुने जाने के बाद वह चार साल (2014-2018) के लिए मुंबई इंडियंस के साथ कॉन्ट्रैक्ट पर था.

लेकिन इस 25-वर्षीय व्यक्ति के खिलाफ कम से कम चार मामले दर्ज हैं और उसे ताज पैलेस होटल से 5,53,000 रुपये की ठगी करने के आरोप में इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर हिरासत में लेने के बाद सोमवार को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.

यह सिंह का पुलिस के साथ पहला टकराव नहीं है. इससे पहले अगस्त 2023 में जालंधर के एक व्यवसायी से 5.75 लाख रुपये की कथित धोखाधड़ी के आरोप में भी उसे गिरफ्तार किया गया था, लेकिन बाद में ज़मानत मिल गई.

इससे पहले, जब मई 2022 में मुंबई के एक व्यवसायी को धोखा देने के मामले में उससे पूछताछ की जा रही थी, तो कथित तौर पर उसने खुलासा किया कि उसने क्रिकेटर ऋषभ पंत – जिसे वह एक जोनल क्रिकेट अकादमी से जानता था – को 2021 में 1.63 करोड़ रुपये का चूना लगाया था. पंत से उसने “उचित दरों” पर महंगी घड़ियां खरीदने की पेशकश की और विकेटकीपर बल्लेबाज़ के कुछ सामान और अन्य लक्जरी सामान भी ले लिया, जिसे उसने कहा कि वो उच्च कीमतों पर बेचेगा. सूत्रों ने कहा कि सिंह ने इसके लिए पंत को जो चेक दिया, वह पंत के खाते में अपर्याप्त राशि के कारण बाउंस हो गया. सिंह मुंबई के व्यवसायी के मामले में ज़मानत हासिल करने में सफल रहा, जबकि पंत मामले में कोई एफआईआर नहीं हुई थी.

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क्रिकेटरों, अन्य लोगों और यहां तक कि जांचकर्ताओं के साथ अपनी बातचीत में सिंह ने दावा किया कि उसके पिता एक बेहतरीन क्रिकेटर थे, जिन्होंने हरियाणा क्रिकेट टीम की कप्तानी की थी, जिसके बारे में सूत्रों ने बताया है, लेकिन इसे सत्यापित नहीं किया गया है.

एक सूत्र ने कहा, “हमने इसकी जांच की है, लेकिन अभी तक उनके दावे के बारे में कुछ भी पता नहीं चला है.”


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सिंह की कईं ठगी

उदाहरण के लिए जब सिंह को सोमवार को इमिग्रेशन अधिकारियों ने हवाई अड्डे पर हिरासत में लिया क्योंकि उसके नाम पर एक लुक आउट सर्कुलर जारी किया गया था, तो उसने कथित तौर पर अधिकारियों को प्रभावित करने का प्रयास किया.

एक अन्य सूत्र ने कहा, “उसने खुद को आईपीएस आलोक कुमार, एडीजीपी, कर्नाटक बताकर वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को फोन किया और अपने बेटे मृणांक सिंह की मदद करने में सहायता मांगी, जिसे आईजीआई हवाई अड्डे पर अवैध रूप से हिरासत में लिया गया था.”

दिल्ली के ताज होटल में उसने कथित तौर पर कर्मचारियों से कहा कि वो मुंबई इंडियंस का खिलाड़ी है.

अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त रवि कांत ने कहा, “वह 22 जुलाई से 29 जुलाई तक यहां रुका और बिल चुकाए बिना होटल से चला गया. जब उससे पैसों के लिए कहा गया, तो उसने कहा कि एडिडास इसका बिल देगा और दिखाया कि उसने 2,00,000 रुपये का भुगतान किया है. हालांकि, उसके द्वारा ऐसा कोई भुगतान नहीं किया गया था. बार-बार याद दिलाने के बावजूद, वह टालमटोल करता रहा.”

एफआईआर दर्ज होने के बाद जब पुलिस ने उसके परिवार से संपर्क किया तो जांच टीम को बताया गया कि परिवार ने सिंह से नाता तोड़ लिया है.

कांत ने कहा, “वो अपनी लोकेशन बदलता रहता था और कॉल के लिए केवल सोशल मीडिया ऐप्स का उपयोग करता था. उसने अपने परिचितों को भी विश्वास दिलाया कि वह भारत में नहीं है और अब दुबई में बस गया है.”

पुलिस के अनुसार, अपनी गिरफ्तारी के बाद पूछताछ के दौरान भी सिंह ने यह दावा करके उन्हें गुमराह करने की कोशिश की कि उसके पिता, अशोक कुमार सिंह, 1980 और 1990 के दशक में बतौर ऑलराउंडर भारतीय क्रिकेट टीम के लिए खेले थे और वर्तमान में एयर इंडिया के लिए प्रबंधक के रूप में काम कर रहे हैं और आईजीआई हवाई अड्डे पर तैनात हैं.”

दूसरे सूत्र ने कहा, “पूछताछ के दौरान सिंह ने खुलासा किया कि उसने खुद को एडीजीपी कर्नाटक बताकर कई लक्जरी रिसॉर्ट्स और होटलों को लाखों रुपये का चूना लगाया है और कई मौकों पर एक आईपीएल क्रिकेटर के रूप में अपने स्टारडम का इस्तेमाल उन्हें प्रभावित करने और कई दिनों तक रहने और उनका बकाया चुकाए बिना जगह को छोड़ने के लिए किया है. उसने बाद में भुगतान करने का झूठा वादा भी किया है.”

पुलिस ने कहा कि उसके फोन के विश्लेषण और प्रथम दृष्टया जांच से पता चला है कि सिंह के पास कई पीड़ित हैं.

सूत्र ने कहा, “उसके पीड़ितों में होटल, बार, रेस्तरां, युवा लड़कियां, कैब ड्राइवर, खाने की छोटी दुकानें और अन्य शामिल हैं. उसके मोबाइल फोन के प्रारंभिक विश्लेषण से युवा महिला मॉडलों के साथ उसके परिचित होने का भी पता चला है, और इसमें कई वीडियो और तस्वीरें हैं, जिनमें से कुछ बेहद आपत्तिजनक हैं.”

(संपादन : फाल्गुनी शर्मा)

(इस रिपोर्ट को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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