बेंगलुरु, 14 जून (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और लोकसभा सदस्य बसवराज बोम्मई ने नया सामाजिक-शैक्षणिक सर्वेक्षण कराने के कर्नाटक सरकार के फैसले को शनिवार को ‘‘नौटंकी’’ करार दिया और मुख्यमंत्री सिद्धरमैया पर पिछड़े वर्गों को धोखा देने व गुमराह करने का आरोप लगाया।
कर्नाटक मंत्रिमंडल ने बृहस्पतिवार को ‘सर्वसम्मति से’ राज्य में एक नया सामाजिक-शैक्षणिक सर्वेक्षण कराने का फैसला किया, जिसे जाति जनगणना के नाम से जाना जाता है।
सिद्धरमैया के अनुसार, कर्नाटक राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग को नया सर्वेक्षण करने और रिपोर्ट सौंपने के लिए 90 दिन का समय दिया जाएगा।
पूर्व मुख्यमंत्री बोम्मई ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘वे सिर्फ नौटंकी कर रहे हैं और पिछड़े वर्गों को गुमराह कर रहे हैं। उन्होंने 10 साल तक सर्वेक्षण किया और इसे स्वीकार क्यों नहीं किया? क्या कारण था? और मुख्यमंत्री पिछले हफ्ते ही कह रहे थे कि इसे स्वीकार करके कैबिनेट में अंतिम रूप दिया जाएगा।’
उन्होंने कहा, ‘उन्हें (सिद्धरमैया को) यह (जाति जनगणना रिपोर्ट) मिल गई है, लेकिन उन्होंने जनता के सामने इसका ब्योरा नहीं रखा, इसलिए उन्होंने पूरी जनता और विशेषकर पिछड़े वर्ग को धोखा दिया है।’
भाषा जोहेब दिलीप
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