नई दिल्ली: बॉलीवुड को यह सिखाने वाली कि ‘दिल धक-धक’ कैसे करता है और ‘दिल डोला-रे-डोला’ कैसे- कैसे करता है, खेल-खेल में एक अलग अंदाज में गिनती 1-2-3 पर भी पैर- हाथ थिरक सकते हैं.. बॉलीवुड की डांस गुरु सरोज खान आज दुनिया को अलविदा कह गईं. वह 72 साल की थीं. सांस में तकलीफ के बाद उन्हें 20 जून को मुंबई में गुरु नानक अस्पताल में भर्ती कराया गया था. गुरुवार रात उनकी तबियत बिगड़ी और देर रात 1.52 बजे दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया. शुक्रवार को मलाड के मालवाणी कब्रिस्तान में उनका पार्थिक शरीर सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा.
सरोज का असली नाम निर्मला नागपाल था. हालांकि सरोज फिलहाल टीवी पर चल रहे कई शो की जज भी कर रही थीं और वह टेलीविजन के जरिए दुनिया वालों को डांस सिखाती भी थीं. इसी दौरान उन्होंने बताया था कि जब वह तीन साल की थीं तभी उन्होंने फिल्मों में एंट्री कर ली थी. फिल्म का नाम था ‘नज़राना’. सरोज एकदम से बॉलीवुड की गुरुजी नहीं बनी बल्कि इसके पीछे उनकी कड़ी मेहनत शामिल है.
1950 के दशक में बैकग्राउंड डांसर के तौर पर काम की शुरुआत करने वाली बॉलीवुड में गुरुजी के नाम से मशहूर सरोज की मौत की खबर से बॉलीवुड में शोक की लहर दौड़ गई है. माधुरी दीक्षित और सरोज खान की जोड़ी सबसे अधिक पॉपुलर थी. माधुरी थिरकतीं थी तो कहा जाता था सरोज थिरक रहीं हैं..
सरोज खान की मौत की खबर सुनकर माधुरी ने ट्वीट किया, मैं अपनी दोस्त और गुरु, सरोज खान की मौत से बहुत दुखी हूं. मेरे डांस को उभारने और उसे मंजिल तक पहुंचाने में उनका बहुत बड़ा योगदान रहा है और मैं उनकी आभारी रहूंगी.
वह आगे लिखती हैं, ‘दुनिया ने एक अद्भुत प्रतिभाशाली व्यक्ति को खो दिया है. मैं आपको बहुत मिस करूंगी. मैं दिल से उनके परिवार के प्रति मेरी सच्ची संवेदना व्यक्त करती हूं.’
I'm devastated by the loss of my friend and guru, Saroj Khan. Will always be grateful for her work in helping me reach my full potential in dance. The world has lost an amazingly talented person. I will miss you? My sincere condolences to the family. #RIPSarojji
— Madhuri Dixit Nene (@MadhuriDixit) July 3, 2020
अक्षय कुमार ने उनकी डेथ पर लिखा है, ‘आज सुबह बुरी खबर के साथ उठा. ‘वह लिखते हैं कि सरोज खान ने डांस को आसान बना दिया, उन्होंने डांस इतना आसान बनाया कि कोई भी डांस कर सकता था. उनकी मौत बॉलीवुड के लिए बड़ी हानि है.
Woke up to the sad news that legendary choreographer #SarojKhan ji is no more. She made dance look easy almost like anybody can dance, a huge loss for the industry. May her soul rest in peace ??
— Akshay Kumar (@akshaykumar) July 3, 2020
वो डांस जिसने सरोज खान को शिखर पर पहुंचाया
सरोज खान को बेहतरीन डांस के लिए तीन बार राष्ट्रीय सम्मान से सम्मानित किया जिसमें 2002 में देवदास का ‘डोला रे डोला’ था, वहीं 2005 में श्रींगारम (जो एक तमिल फिल्म थी) और 2007 में जब वी मेट का ये इश्क हाय बैठे बिठाये जन्नत दिखाए हो शामिल हैं.
फिल्म फेयर सम्मान की तो एक लंबी लिस्ट है. हालांकि उन्होंने ‘गीता मेरा नाम’ फिल्म के साथ कोरियोग्राफर के रूप में बॉलीवुड में पैर जमाना शुरू कर दिया था लेकिन उन्हें पहचान मिली माधुरी दीक्षित और श्रीदेवी के गानों को कोरियोग्राफ करने के बाद जिसमें मिस्टर इंडिया, नगीना, चांदनी, तेजाब, सैलाब और बेटा –उसके बाद उन्होंने पीछे मुड़ कर नहीं देखा.
फिल्म तेजाब के लिए सरोज खान को 1989 में फिल्म फेयर सम्मान से सम्मानित किया गया. ये वही गाना था जिसे माधुरी पर फिल्माया गया था. मोहिनी स्टेज पर आई और एक दो तीन—गाते-गाते छा गई.
फिर 1990 में फिल्म आई चालबाज़ जिसमें श्रीदेवी ने बड़े मजे डांस करते हुए कहा था ‘किसी के हाथ न आएगी ये लड़की ‘-ये लड़की जब मटक रही थी उस मदमस्त डांस को कोरियोग्राफ किया था सरोज खान ने.
सरोज खान की अगली फिल्म थी 1991 में आई सैलाब, जिसमें उन्होंने बड़े मजे से उन्होंने हर युवा दिल को बताया कि कैसे रहता है उसे इंतजार- गाने के बोल थे- ‘हमको आजकल है इंतजार-कोई आए लेके प्यार’
सरोज खान 90 के दशक में एक के बाद एक हिट दे रही थीं. माधुरी और सरोज तो जैसे एक ही सिक्के के दो पहलू हो गए थे. माधुरी जैसे ही स्क्रीन पर आतीं और थिरकना शुरू करतीं लोग बिना कोरियोग्राफर देखे बोल देते थे सरोज खान के स्टेप हैं. माधुरी के साथ उन्होंने कई फिल्में की और फिल्म फेयर का अवार्ड भी लिया इसमें बेटा और खलनायक भी शामिल है.
फिर सरोज ने अपना जौहर दिखाया 2000 में आई संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘हम दिल दे चुके सनम’ में जिसे एश्वर्या राय पर फिल्माया गया. सरोज ने पीछे देखना तब तक छोड़ दिया था.
अभी दो फिल्में और उनकी डांस पर सम्मान का इंतजार कर रहीं थी उनमें से एक थी देवदास जो 2003 में आई और 2008 में गुरू. बरसो रे मेघा रे मेघा रे– के लिए भी सम्मान दिया गया था.
यहां यह कहना जरूरी लग रहा है कि सरोज ने वैसे तो 2000 से अधिक गानों को कोरियोग्राफ किया लेकिन उनके डांस को सम्मान दिलाया माधुरी दीक्षित, श्रीदेवी और एश्वर्या राय ने.