गिर सोमनाथ, 31 जनवरी (भाषा) गुजरात में गिर सोमनाथ के सूत्रपाडा के 53 वर्षीय मछुआरे का शव आखिरकार सोमवार को उनके गृहनगर पहुंच गया। उनकी करीब 45 दिन पहले पाकिस्तान की एक जेल में मौत हो गई थी। उनके परिवार के सदस्यों ने उनका अंतिम संस्कार कर दिया है और शव के सड़ने की स्थिति में होने पर उन्होंने रोष व्यक्त किया।
अधिकारी ने शव पहुंचने में देरी के लिए पाकिस्तानी अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि उन्होंने कराची की लंधी जेल में जेन्ती सोलंकी नाम के मछुआरे की मौत की सूचना 12 जनवरी को दी थी लेकिन उनका शव नहीं दिया गया था, क्योंकि उन्हें पोस्टमार्टम करना था।
गुजरात मत्स्य विभाग के अधिकारी ने बताया कि सोलंकी करीब दो साल से कराची की जेल बंद थे और 14 दिसंबर को बीमारी की वजह से उनकी मौत हो गई थी।
उन्होंने कहा कि मछुआरे का शव आखिरकार 29 जनवरी को वाघा-अटारी सीमा पर लाया गया। गुजरात मत्स्य विभाग के अधिकारियों ने शव प्राप्त किया और इसे अमृतसर ले गए, जहां से इसे हवाई मार्ग से अहमदाबाद लाया गया। अहमदाबाद से शव को एम्बुलेंस में 400 किलोमीटर दूर उनके गृहनगर ले जाया गया।
सोलंकी के रिश्तेदारों ने कहा कि उनका शव सड़ने लगा था, क्योंकि उनकी मृत्यु करीब 45 दिन पहले हुई थी।
भाषा
नोमान रंजन
रंजन
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.