मुंबई, 18 अप्रैल (भाषा) बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने विले पार्ले इलाके में कथित तौर पर अनधिकृत जैन मंदिर को गिरा दिया। समुदाय के सदस्यों ने इस कार्रवाई को अनुचित बताया।
कांबलीवाड़ी में नेमिनाथ सहकारी आवास सोसाइटी के अंदर स्थित मंदिर (चैतलया) के ट्रस्टी अनिल शाह ने कहा कि इसे 16 अप्रैल को ढहा दिया गया।
शाह ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि यह संरचना 1960 के दशक की थी और बीएमसी की अनुमति से इसका जीर्णोद्धार कराया गया था।
उन्होंने दावा किया, ‘एक सरकारी प्रस्ताव है जिसमें कहा गया है कि ऐसी संरचनाओं को नियमित किया जा सकता है। आपको केवल बीएमसी को नियमितीकरण के लिए प्रस्ताव प्रस्तुत करना होगा और हमने वह प्रस्ताव प्रस्तुत किया था।’’
शाह ने दावा किया कि मंदिर को ढहाए जाने के दौरान कुछ धार्मिक पुस्तकें और मंदिर का सामान भी क्षतिग्रस्त हो गए। उन्होंने आरोप लगाया कि यह कार्रवाई एक स्थानीय होटल व्यवसायी के इशारे पर की गई थी।
उन्होंने कहा कि समुदाय के सदस्यों ने शनिवार को के-ईस्ट वार्ड कार्यालय तक विरोध मार्च निकालने की योजना बनाई है।
बीएमसी प्रवक्ता ने निगम का पक्ष जानने के लिए की गई कॉल और संदेशों का जवाब नहीं दिया।
भाषा जोहेब देवेंद्र
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