मुंबई, पांच फरवरी (भाषा) महाराष्ट्र में विपक्षी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) ने बुधवार को बृह्नमुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) के वार्षिक बजट को लेकर राज्य की ‘महायुति’ सरकार पर निशाना साधा और इसे ‘‘खोखले वादों का दस्तावेज’’ करार दिया, जो ‘‘असुरक्षित सड़कों’’ जैसे मुद्दों को हल करने में विफल रहा है।
इस साल होने वाले महत्वपूर्ण निकाय चुनावों से पहले, बीएमसी ने मंगलवार को करों में कोई बढ़ोतरी किए बिना वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए 74,427.41 करोड़ रुपये का बजट पेश किया, जो अब तक का सबसे बड़ा बजट है।
राकांपा (एसपी) के मुख्य प्रवक्ता महेश तापसे ने आरोप लगाया कि भाजपा, एकनाथ शिंदे की शिवसेना और अजित पवार नीत राकांपा द्वारा संचालित सरकार बड़ी बुनियादी ढांचा परियोजनाओं को प्राथमिकता दे रही है, लेकिन सार्वजनिक सेवाओं के ‘‘बिगड़ते हालात’’ की उपेक्षा कर रही है।
उन्होंने कहा कि सड़कों के कंक्रीटीकरण के लिए महत्वपूर्ण आवंटन किए जाने के बावजूद, मुंबई में गड्ढे अब भी खतरा पैदा कर रहे हैं।
तापसे ने पूछा, ‘‘सड़कों पर सालाना करोड़ों रुपये खर्च किए जाते हैं, फिर भी वे असुरक्षित बनी हुई हैं। नागरिक इस बजट पर कैसे भरोसा कर सकते हैं?’’
उन्होंने कहा कि मुंबई की वायु गुणवत्ता चिंताजनक रूप से खराब है और इसके लिए बीएमसी बजट में किए गए प्रावधान महज दिखावटी हैं।
तापसे ने कहा कि बीएमसी ने वर्षा जल निकासी और अपशिष्ट प्रबंधन के लिए धनराशि आवंटित की है, इसके बावजूद नागरिकों को चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।
भाषा शफीक अविनाश
अविनाश
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