(तस्वीरों के साथ जारी)
चंडीगढ़, आठ अप्रैल (भाषा) पंजाब में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता मनोरंजन कालिया के जालंधर स्थित आवास पर मंगलवार सुबह हुए विस्फोट के सिलसिले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने यह जानकारी दी।
पुलिस ने बताया कि इस विस्फोट में कालिया के घर की खिड़कियों के शीशे टूट गए और एल्युमीनियम की दीवार (पार्टिशन), आंगन में खड़ी उनकी एसयूवी एवं मोटरसाइकिल क्षतिग्रस्त हो गई।
पुलिस ने बताया कि इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है।
कालिया पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं भाजपा की पंजाब इकाई के पूर्व अध्यक्ष हैं। वह भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य भी हैं। जब विस्फोट हुआ, उस समय वह अपने घर पर ही थे।
अमृतसर और गुरदासपुर में पिछले चार-पांच महीनों में पुलिस चौकियों को निशाना बनाकर विस्फोट की कई घटनाएं हुई हैं, लेकिन यह पहली ऐसी घटना है, जिसमें किसी प्रमुख नेता के आवास को निशाना बनाया गया। पिछले महीने अमृतसर में एक मंदिर के बाहर विस्फोट हुआ था।
पुलिस ने बताया कि विस्फोट के सिलसिले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
विपक्षी दलों ने राज्य में कथित रूप से बिगड़ती कानून-व्यवस्था को लेकर आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार पर निशाना साधा और गृह विभाग का प्रभार संभाल रहे मुख्यमंत्री भगवंत मान से नैतिक आधार पर इस्तीफा देने को कहा।
पुलिस ने बताया कि जालंधर में शास्त्री मार्केट के पास कालिया के आवास में सोमवार देर रात करीब एक बजे ‘‘तेज आवाज’’ सुनी गई।
पुलिस उपायुक्त मनप्रीत सिंह ने बताया कि इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है।
कालिया ने पत्रकारों से कहा कि यह हथगोले से किया गया विस्फोट हो सकता है।
उन्होंने कहा, ‘‘यह हमला इतना भयानक था कि घर के एक हिस्से को अलग करने वाली (एल्युमीनियम की) दीवार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। रसोई की खिड़की का शीशा क्षतिग्रस्त हो गया। स्नानगृह का दरवाजा क्षतिग्रस्त हो गया।’’
विस्फोट के कारण घर के प्रवेश द्वार पर फर्श में एक छोटा गड्ढा हो गया। आंगन में खड़ी उनकी एसयूवी और मोटरसाइकिल भी क्षतिग्रस्त हो गई।
कालिया ने बताया कि वह सो रहे थे, तभी उन्होंने विस्फोट की आवाज सुनी।
उन्होंने कहा कि पहले तो उन्हें लगा कि बिजली के ट्रांसफार्मर में अत्यधिक दबाब की वजह से धमाका हुआ है, लेकिन उनके वाहन चालक ने बताया कि विस्फोट हुआ है।
उन्होंने बताया कि इसके बाद उन्होंने पुलिस को फोन किया, लेकिन किसी ने फोन नहीं उठाया।
कालिया ने बताया कि उन्होंने अपने ‘गनमैन’ को पुलिस थाने भेजा।
भाजपा की जालंधर जिला इकाई के अध्यक्ष सुशील शर्मा ने बताया कि कुछ अज्ञात लोग ई-रिक्शा में सवार होकर आए और उन्होंने नेता के आवास की ओर ‘‘हथगोला’’ फेंका।
घटना की सीसीटीवी फुटेज में देखा जा सकता है कि पहले एक ई-रिक्शा उनके घर के सामने से गुजरा और कुछ देर बाद ई-रिक्शा वापस लौटा तथा फिर विस्फोट हुआ। सीसीटीवी फुटेज में चिंगारी और धुआं निकलता दिखाई दे रहा है।
वीडियो में देखा जा सकता है कि सड़क पर बैठा एक कुत्ता विस्फोट के बाद सुरक्षित स्थान पर पहुंचने के लिए भागा।
भाजपा नेता ने बताया कि घटनास्थल से पुलिस थाना करीब 100 मीटर की दूरी पर है।
जालंधर की पुलिस आयुक्त धनप्रीत कौर समेत वरिष्ठ पुलिस अधिकारी स्थिति का जायजा लेने के लिए घटनास्थल पर पहुंचे।
कौर ने संवाददाताओं को बताया कि पुलिस को विस्फोट होने की सूचना रात करीब एक बजे मिली।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने घटनास्थल का जायजा लिया है। हमारी फॉरेंसिक टीम ने भी इसकी जांच की है। हम प्राथमिकी दर्ज करेंगे और घटना की आगे की जांच करेंगे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमने इलाके में पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था की है।’’
कौर ने बताया कि बस अड्डे और रेलवे स्टेशनों सहित प्रमुख क्षेत्रों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
यह पूछे जाने पर कि क्या यह हथगोले से किया गया विस्फोट था, कौर ने कहा कि फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल से नमूने एकत्र किए हैं और जो भी जानकारी मिलेगी, उसे साझा किया जाएगा।
पुलिस ने बताया कि वह आरोपियों का पता लगाने के लिए सीसीटीवी फुटेज भी खंगाल रही है।
केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू और पठानकोट से विधायक अश्विनी शर्मा कालिया के आवास गए।
बिट्टू ने आरोप लगाया कि यह एक वरिष्ठ और हिंदू नेता के खिलाफ ‘‘सुनियोजित साजिश’’ प्रतीत होती है।
बिट्टू ने कहा, ‘‘कालिया के आवास पर हमला किया गया। उन्होंने (बदमाशों ने) उनके आवास पर ग्रेनेड फेंका। हम नक्सली इलाकों या श्रीनगर में ऐसी घटनाओं के बारे में सुनते थे। ये अब पंजाब में हो रही हैं।’’
उन्होंने बताया कि विस्फोट के कारण घर के फर्श पर एक छोटा गड्ढा हो गया और घर के दरवाजे एवं खिड़कियां क्षतिग्रस्त हो गईं।
बाद में पंजाब के कैबिनेट मंत्री मोहिंदर भगत और ‘आप’ नेता पवन कुमार टीनू ने भी कालिया से उनके आवास पर मुलाकात की।
भगत ने इस विस्फोट के लिए राज्य में शांति को भंग करने की कोशिश करने वाले ऐसे बदमाशों को दोषी ठहराया जो ‘‘राज्य के सर्वांगीण विकास को पचा नहीं पा रहे हैं।’’
उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार राज्य में शांति और सद्भाव को भंग नहीं होने देगी।
टीनू ने कहा कि कुछ ऐसे शरारती तत्वों ने राज्य में शांति और सद्भाव को बिगाड़ने की कोशिश की है, जो पंजाब और देश के दुश्मन हैं।
उन्होंने कहा कि वे इस प्रकार की घटनाओं से लोगों के मन में दहशत पैदा करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि इस अपराध के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
विपक्षी दलों ने कालिया के आवास पर हुए विस्फोट के बाद कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर राज्य में आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार पर निशाना साधा।
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुग ने मुख्यमंत्री भगवंत मान से इस्तीफे की मांग की।
चुग ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व मंत्री मनोरंजन कालिया के आवास पर ग्रेनेड हमला मुख्यमंत्री भगवंत मान के शासन में पंजाब में कानून व्यवस्था के पूरी तरह ध्वस्त होने की याद दिलाता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह एकाध बार हुआ हिंसा का कृत्य नहीं है – यह पंजाब को अस्थिर करने, सांप्रदायिक अशांति को बढ़ावा देने और राजनीतिक आवाजों को डराने की एक बड़ी, खतरनाक साजिश का हिस्सा है। पुलिस खुफिया मुख्यालयों पर आरपीजी (‘रॉकेट प्रोपल्ड ग्रेनेड’) हमलों से लेकर पुलिस थानों पर ग्रेनेड हमलों तक, धार्मिक स्थलों पर बेअदबी की घटनाओं से लेकर बाबासाहेब डॉ बी आर आंबेडकर की मूर्तियों के तोड़-फोड़ की शर्मनाक घटनाओं तक- पंजाब को आतंक और अराजकता की अंधेरी गलियों में धकेला जा रहा है।’’
चुग ने कहा, ‘‘इससे भी बुरी बात गृह विभाग का कार्यभार संभाल रहे मुख्यमंत्री की चौंकाने वाली चुप्पी और निष्क्रियता है। पंजाब के लोगों के जीवन, संपत्ति और सम्मान की रक्षा करने में उनका बार-बार विफल रहना यह साबित करता है कि वे शासन करने के लिए अयोग्य हैं। भगवंत मान को नैतिक जिम्मेदारी लेकर तुरंत इस्तीफा देना चाहिए। पंजाब शांति का हकदार है, दुष्प्रचार का नहीं।’’
शिरोमणि अकाली दल के नेता सुखबीर सिंह बादल ने भी मान से इस्तीफे की मांग की।
बादल ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘पंजाब में अराजकता ने सारी हदें पार कर दी हैं। पुलिस थानों, पूजा स्थलों पर हमलों और बाबा साहेब डॉ. बी आर आंबेडकर की प्रतिमाओं को तोड़े जाने की घटनाओं के बाद अब एक पूर्व मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता मनोरंजन कालिया के आवास पर ग्रेनेड हमला हुआ है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इन सभी घटनाओं से यह स्पष्ट हो गया है कि आम आदमी पार्टी और मुख्यमंत्री भगवंत मान स्थिति को संभालने में असमर्थ हैं। मुख्यमंत्री को इन घटनाओं की नैतिक जिम्मेदारी लेनी चाहिए और तुरंत इस्तीफा देना चाहिए।’’
पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने भी इस घटना को लेकर मुख्यमंत्री पर निशाना साधा।
बाजवा ने कहा, ‘‘मनोरंजन कालिया के आवास पर ग्रेनेड हमला मुख्यमंत्री भगवंत मान के कार्यकाल में पंजाब में बढ़ती हिंसा की याद दिलाता है। उन्होंने जब से पद संभाला है, तब से मई 2022 में मोहाली आरपीजी हमला और 2024 के अंत में पुलिस थानों पर ग्रेनेड हमलों की श्रृंखला सहित कई विस्फोट हुए हैं। ये घटनाएं कानून और व्यवस्था बनाए रखने में एक बड़ी चूक को दर्शाती हैं। अगर मुख्यमंत्री भगवंत मान आम नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं कर सकते तो उन्हें पद छोड़ देना चाहिए।’’
भाषा सिम्मी सुरेश
सुरेश
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