चंडीगढ़, आठ मई (भाषा) पंजाब के पठानकोट, अमृतसर, जालंधर, होशियारपुर, मोहाली समेत कई जिलों और केंद्रशासित प्रदेश चंडीगढ़ में बृहस्पतिवार शाम को ब्लैकआउट किया गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के कारण यह कदम उठाया गया है।
अधिकारियों ने बताया कि जालंधर में कुछ ड्रोन देखे गए, लेकिन सुरक्षा बलों ने रात करीब 11:20 बजे उन्हें नष्ट कर दिया।
पठानकोट जिले में कुछ स्थानीय लोगों ने दावा किया कि उन्होंने विस्फोट जैसी आवाजें सुनीं। हालांकि, इस संबंध में कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
पठानकोट के सुजानपुर के एक निवासी ने कहा, ‘‘वहां तेज आवाज थी, जैसे बमबारी की आवाज और लगातार सायरन भी बज रहे थे। यह बहुत डरावना था।’’
पठानकोट में हवाई हमले की चेतावनी देने वाले सायरन सक्रिय कर दिए गए, जहां रात करीब साढ़े आठ बजे ‘ब्लैकआउट’ लागू कर दिया गया।
अधिकारियों ने लोगों से बत्तियां बुझाए रखने और घर पर रहने की अपील की है। उन्होंने यह भी कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है।
पठानकोट के उपायुक्त आदित्य उप्पल ने सीमावर्ती जिले के निवासियों से अपने घरों के अंदर रहने और ‘ब्लैकआउट’ के प्रोटोकॉल का पालन करने को कहा।
रूपनगर, फाजिल्का, कपूरथला, लुधियाना, संगरूर, बठिंडा, पटियाला और हरियाणा के पंचकूला सहित कुछ अन्य हिस्सों में ब्लैकआउट लागू किया गया।
अधिकारियों ने कहा कि लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एहतियाती उपाय के रूप में ब्लैकआउट लागू किया गया था।
इस बीच, मोहाली जिला प्रशासन ने साहिबजादा अजीत सिंह नगर के अधिकार क्षेत्र को ड्रोन और मानव रहित यान (यूएवी) के लिए ‘नो फ्लाइंग जोन’ घोषित कर दिया है।
दोनों देशों के बीच तनाव उस समय और बढ़ गया जब पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारतीय सशस्त्र बलों ने मंगलवार देर रात पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर में नौ आतंकी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए, जिनमें जैश-ए-मोहम्मद का गढ़ बहावलपुर और लश्कर-ए-तैयबा का अड्डा मुरीदके शामिल हैं।
भारत ने बृहस्पतिवार को पाकिस्तान द्वारा किए गए ड्रोन और मिसाइल हमलों को विफल कर दिया।
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हक माधव
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