कोटा (राजस्थान), पांच नवंबर (भाषा) कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सचिन पायलट ने बुधवार को दावा किया कि राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा में चुनावी टिकट के बंटवारे को लेकर जारी अंदरूनी कलह से 11 नवंबर को होने वाले अंता विधानसभा उपचुनाव में उनकी पार्टी (कांग्रेस) को लाभ होगा।
राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री पायलट ने चुनाव में कांग्रेस की जीत के प्रति विश्वास जताते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कार्यकर्ताओं द्वारा अपनी पार्टी के उम्मीदवार मोरपाल सुमन को पूर्ण समर्थन दिए जाने पर संदेह जताया।
उन्होंने यहां कोटा हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से कहा, ‘‘भाजपा अंदरूनी कलह से ग्रस्त है, जिससे उसके नेताओं के आपसी रिश्ते में खटास आ गई है। दूसरी ओर, पूरी कांग्रेस पार्टी उपचुनाव में पार्टी उम्मीदवार प्रमोद जैन भाया की जीत सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह समर्पित है।’
पायलट ने कहा कि भाजपा की अंदरूनी कलह से कांग्रेस को जरूर फायदा होगा।
उन्होंने कहा, ‘‘राज्य में भाजपा सरकार के दो साल पूरे हो गए हैं और लोगों ने उसके कामकाज का आकलन कर लिया है। इस उपचुनाव में लोग सरकार की नाकामी, विश्वासघात और निष्क्रियता के आधार पर अपना फैसला सुनाएंगे।’’
कांग्रेस पार्टी से निलंबित बागी पार्टी नेता नरेश मीणा द्वारा निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में उपचुनाव लड़ने के बारे में पायलट ने कहा कि चुनाव तो कोई भी लड़ सकता है, लेकिन अंतिम फैसला जनता का होता है।
उन्होंने कहा कि यह उपचुनाव दो विचारधाराओं – भाजपा और कांग्रेस – के बीच की लड़ाई है। उन्होंने कहा कि हालांकि, उपचुनाव सौहार्दपूर्ण माहौल में होना चाहिए।
बिहार विधानसभा चुनाव के बारे में पायलट ने कहा कि राज्य के लगभग सभी जिलों में बदलाव की बयार बह रही है। उन्होंने दावा किया कि पूर्वी राज्य में चुनाव प्रचार के दौरान उन्हें एहसास हुआ कि भाजपा पिछड़ रही है और महागठबंधन को भारी बहुमत मिलेगा। महागठबंधन में कांग्रेस एक प्रमुख सहयोगी दल है।
कांग्रेस नेता पायलट ने आरोप लगाया, ‘कोई नहीं कह रहा था कि नीतीश कुमार वहाँ मुख्यमंत्री बने रहेंगे। भाजपा एक व्यक्ति को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाती है और फिर सत्ता हथियाने के लिए उसका इस्तेमाल करती है।’
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि किसानों, युवाओं और रोजगार के लिए महागठबंधन के चुनावी वादों को लोगों का समर्थन मिला है।
जोधपुर, जयपुर और फलौदी में हुई दुर्घटनाओं, जिनमें कई लोगों की जान चली गई, के बारे में पत्रकारों के सवालों पर, पायलट ने मांग की कि राजस्थान सरकार इस मामले का संज्ञान ले और दुर्घटनाओं में वृद्धि का कारण बनने वाले मुद्दों के समाधान के लिए एक समिति का गठन करे।
उन्होंने कहा, ‘‘कहीं न कहीं कोई लापरवाही जरूर है जिसके कारण ऐसी दुर्घटनाएं हो रही हैं। सरकार को इसे गंभीरता से लेना चाहिए और कुछ एहतियाती कदम उठाने चाहिए।’’
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