गुवाहाटी, नौ मार्च (भाषा) असम राज्य निर्वाचन आयोग (एएसईसी) द्वारा बुधवार को घोषित चुनाव परिणामों के अनुसार, भाजपा ने असम में नगर बोर्ड चुनावों में कुल 80 में से 72 नगर निकायों पर कब्जा करके बड़ी जीत हासिल की।
राज्य में मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस को चुनावों में बड़ी नाकामी झेलनी पड़ी और वह एक भी नगर निकाय में जीत हासिल नहीं कर पाई है।
दिलचस्प रूप से मरियानी और हैलाकांडी शहरों के दो नगर निकायों में निर्दलीयों ने जीत हासिल की है।
एएसईसी ने कहा कि छह नगर बोर्ड में किसी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है।
एएसईसी ने कहा कि भाजपा को 759 वार्ड में जीत मिली है, जबकि कांग्रेस के खाते में 76 वार्ड आए। अन्य को 141 वार्ड में जीत मिली है।
पहले एएसईसी ने कहा था कि सत्तारूढ़ भाजपा ने 73 निकाय बोर्डों में जीत हासिल की है, वहीं दो पर अन्य को जीत मिली है और पांच में किसी को बहुमत नहीं मिला है।
परिणामों पर टिप्पणी करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘‘हाल में संपन्न निकाय चुनावों में भाजपा और हमारे सहयोगियों को आशीर्वाद देने के लिए असम की जनता का आभार।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह उनका हमारी पार्टी के विकास एजेंडा में भरोसा दिखाता है। मैं परिश्रमी कार्यकर्ताओं के प्रयासों के लिए और जनता की सेवा के लिए उनकी सराहना करता हूं।’’
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि यह विजय मोदी नीत भाजपा सरकार की विकास की राजनीति में जनता के अटल विश्वास को दिखाती है।
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने कहा कि विशाल जनादेश वृद्धि और विकास के लिए है तथा यह पार्टी को नए जोश के साथ प्रगति के एजेंडे पर आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित करेगा।
उन्होंने एक के बाद एक ट्वीट में कहा, “मैं भाजपा की असम इकाई के कार्यकर्ताओं और नेताओं को बधाई देता हूं, जिन्होंने आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकास के विचारों को बिना थके प्रचारित किया।”
उन्होंने कहा, “मैं नगर निकाय चुनावों में भाजपा की असम इकाई और उसके सहयोगियों को शानदार जीत दिलाने के लिये राज्य के लोगों का आभार व्यक्त करता हूं।”
भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने निकाय चुनावों में जीत के लिए केंद्र की ‘एक्ट ईस्ट नीति’ में जनता के विश्वास को श्रेय दिया।
कांग्रेस को मिली करारी शिकस्त के बाद पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन कुमार बोरा ने कहा कि राजनीति में उतार-चढ़ाव एक निरंतर प्रक्रिया है और हर पार्टी को अच्छे-बुरे दौर से गुजरना पड़ता है।
उन्होंने एक ट्वीट में कहा, “हमें अच्छे समय के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी और अवसर के लिए धैर्यपूर्वक इंतजार करना होगा। मैं नगर निगम बोर्ड के परिणामों की जिम्मेदारी स्वीकार करता हूं।”
राज्य के 80 नगर बोर्ड के लिये छह मार्च को पहली बार ईवीएम के जरिये मतदान हुआ था। इन चुनावों में करीब 70 प्रतिशत मतदान हुआ था।
भाषा वैभव उमा
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