कोच्चि, 21 दिसंबर (भाषा) ऐसे में जबकि लोकसभा चुनाव में कुछ महीने ही शेष हैं, केरल में भाजपा ने बृहस्पतिवार को अपनी ‘स्नेहा यात्रा’ फिर से शुरू की। स्नेह यात्रा एक संपर्क कार्यक्रम है जिसका उद्देश्य राज्य में ईसाई समुदाय को पार्टी से जोड़ना है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने यह पहल इस साल ईस्टर के दौरान की थी। पार्टी ने हाल ही में प्रदेश समिति की बैठक में क्रिसमस के दौरान यात्रा फिर से शुरू करने का फैसला किया।
भाजपा प्रदेश प्रमुख के सुरेंद्रन ने सुबह पास के कक्कनाड में सेंट थॉमस माउंट में सिरो मालाबार चर्च के पूर्व प्रमुख कार्डिनल जॉर्ज एलेनचेरी से मुलाकात की और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से क्रिसमस की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने वेरापोली के लातिन आर्चडीओसीज के आर्चबिशप जोसेफ कलातिपारबिल से भी मुलाकात की और प्रधानमंत्री की शुभकामनाएं दीं।
सुरेंद्रन ने बाद में एक फेसबुक पोस्ट में कहा कि यह राज्य में ‘स्नेह यात्रा’ की शुरुआत है। उन्होंने चर्च प्रमुखों के साथ अपनी सौहार्दपूर्ण बैठकों की तस्वीरें भी साझा कीं।
हालांकि, चर्च के प्राधिकारियों और भाजपा नेतृत्व ने अभी तक यह स्पष्ट नहीं किया है कि बंद कमरे में हुई बैठक के दौरान किन विषयों पर चर्चा हुई।
भाजपा के एक नेता ने कहा कि एलेनचेरी के साथ बैठक 45 मिनट से अधिक समय तक चली और यह एक गर्मजोशी से भरी एक मैत्रीपूर्ण बैठक थी।
पार्टी के जिला अध्यक्ष के एस शैजू ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ”यह एक दोस्ताना मुलाकात थी…भाजपा प्रमुख ने उन्हें प्रधानमंत्री मोदी की ओर से शुभकामनाएं दीं। बाद में उन्होंने साथ में नाश्ता किया।’’
यह पूछे जाने पर कि क्या लोकसभा चुनाव से पहले किसी राजनीतिक मुद्दे पर चर्चा हुई, नेता ने कोई विवरण नहीं दिया। उन्होंने कहा, ‘यात्रा का उद्देश्य प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त करना था।’
उन्होंने मीडिया की उन खबरों को भी खारिज कर दिया कि मणिपुर हिंसा मुद्दे के बाद चर्च और भाजपा के बीच मतभेद थे। उन्होंने कहा, ‘‘यह सिर्फ मीडिया की उपज थी। भाजपा और चर्च दोनों ने हमेशा सौहार्दपूर्ण संबंध बनाए रखा है।’
हालांकि कई वरिष्ठ बिशप ने हाल के दिनों में राज्य में कई मौकों पर भाजपा समर्थक बयान दिए हैं, लेकिन मणिपुर हिंसा के मुद्दे पर पार्टी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की कथित चुप्पी ने दोनों के बीच कथित तौर पर मतभेद उत्पन्न कर दिए हैं।
भाजपा सूत्रों ने कहा कि यात्रा का उद्देश्य ईसाई समुदाय को पार्टी के करीब लाना है।
पार्टी के नेता और कार्यकर्ता 30 दिसंबर तक प्रधानमंत्री का संदेश लेकर ईसाई नागरिकों के घरों में जाएंगे। पार्टी ने हाल ही में लोकसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए राज्य भर में पदयात्राएं निकालने का भी फैसला किया है।
भाजपा के प्रमुख नेताओं और कार्यकर्ताओं ने इस साल की शुरुआत में ईस्टर के अवसर पर ईसाई लोगों के घरों और धार्मिक प्रमुखों से मुलाकात करते हुए स्नेह यात्रा निकाली थी।
भाषा अमित पवनेश
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