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Monday, 17 June, 2024
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भाजपा के लोग असुरों से कम नहीं : प्रोफेसर राम गोपाल यादव

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सीतापुर (उप्र), नौ जून (भाषा) समाजवादी पार्टी (सपा) ने शुक्रवार को हिंदुओं के प्रमुख तीर्थ स्थल नैमिषारण्य से पार्टी के दो दिवसीय कार्यकर्ता सम्मेलन की शुरुआत की गयी।

दो दिवसीय कार्यकर्ता प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन करते हुए समाजवादी पार्टी के प्रमुख महासचिव रामगोपाल यादव ने कहा कि असुरों के विनाश की शुरुआत नैमिषारण्य से हुई।

अपने उद्घाटन भाषण में रामगोपाल यादव ने कार्यकर्ताओं से कहा, ‘नैमिषारण्य में सपा का यह प्रशिक्षण शिविर असुरों के विनाश की शुरुआत है और भाजपा के लोग असुरों से कम नहीं हैं।’

सपा के राष्‍ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव ने जोर देकर कहा कि भाजपा तुष्टीकरण की राजनीति करती है और दोहरा मापदंड अपनाती है, लेकिन सपा एक धर्मनिरपेक्ष पार्टी है।

उन्होंने भी स्थान के महत्व पर प्रकाश डाला और कहा कि राक्षसों के विनाश के लिए नैमिषारण्य के एक पवित्र स्थान में शिविर का आयोजन किया जा रहा है।

शिविर आयोजित करने के लिए सपा द्वारा नैमिषारण्य के चयन ने अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों के मद्देनजर पार्टी के नरम हिंदुत्व की अटकलों को हवा दिया है।

नैमिषारण्य में आयोजित शिविर में करीब 5000 पार्टी कार्यकर्ता दो दिनों के दौरान राम गोपाल यादव, शिवपाल यादव, नरेश उत्तम, राम अचल राजभर और अन्य जैसे समाजवादी दिग्गजों से प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे।

पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव शनिवार को पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे जिसके बाद प्रशिक्षण शिविर का समापन होगा।

पत्रकारों से बातचीत करते हुए शिवपाल यादव ने कहा कि नैमिषारण्य के पवित्र स्थान पर चूंकि प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया जा रहा है, इसलिए असुरों का विनाश निश्चित रूप से होगा।

समाजवादी पार्टी के नरम हिंदुत्व की ओर बढ़ने से जुड़े विशिष्ट सवालों पर शिवपाल यादव ने कहा, ‘यह भाजपा है जो तुष्टिकरण की राजनीति करती है, क्योंकि यह दोहरे मानकों वाली पार्टी है। सपा एक धर्मनिरपेक्ष पार्टी है।’

उप्र में पिछले साल के विधानसभा चुनाव से पहले रायबरेली के पास हनुमान मंदिर में अखिलेश द्वारा की गई पूजा-अर्चना को नरम हिंदुत्व के जरिए प्रतिद्वंद्वी भाजपा का मुकाबला करने के उनके प्रयासों के रूप में देखा गया था।

परंपरागत रूप से यादवों और मुसलमानों के मतों के साथ अपना समीकरण बनाने वाली सपा की उस रणनीति को नरम हिंदुत्‍व के रूप में देखा गया था। पार्टी के नेताओं का मानना है कि यह शिविर 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारी शुरू करने के लिए एक रणनीतिक कदम है और इसे यहां आयोजित करना पार्टी की भविष्य की रणनीति का एक मजबूत संकेत देने का प्रयास है।

उप्र में 80 लोकसभा सीट हैं और यह कहा जाता है कि दिल्ली (केन्‍द्र) की सरकार का रास्ता उप्र से होकर गुजरता है।

समाजवादी पार्टी 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले बूथ प्रबंधन और अपने कैडर के लिए अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं पर एक प्रशिक्षण शिविर आयोजित कर रही है।

सपा के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा, ”बूथ प्रबंधन से लेकर 2024 के लोकसभा चुनाव के प्रबंधन तक इस कार्यक्रम के दौरान गंभीर चर्चा होगी। समाजवादी पार्टी प्रमुख और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव प्रशिक्षुओं को शनिवार को संबोधित करेंगे।”

पहला प्रशिक्षण शिविर पांच जून को लखीमपुर खीरी में और दूसरा प्रशिक्षण शिविर सीतापुर में आयोजित किया गया है।

भाषा सं आनन्द संजय

संतोष

संतोष

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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