चंडीगढ़, 25 मई (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद रामचंद्र जांगड़ा ने रविवार को दावा किया कि पहलगाम आतंकवादी हमले के पीड़ितों पर उनकी टिप्पणी राजनीतिक मकसद से ‘तोड़-मरोड़ कर पेश’ की गई और उनका किसी का अपमान करने का कोई इरादा नहीं था। वहीं, विपक्षी दलों ने जांगड़ा को बर्खास्त करने की मांग की है।
जांगड़ा ने एक वीडियो संदेश में कहा, ‘‘मैं अपने देश की महिलाओं को किसी भी तरह से कमजोर नहीं समझता…हम उन महिलाओं के साथ खड़े हैं जिन्होंने पहलगाम हमले में अपने पतियों को खो दिया, हम उन परिवारों के साथ खड़े हैं…फिर भी, अगर मैंने किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है, तो मुझे माफी मांगने में कोई हिचकिचाहट नहीं है।’’
जांगड़ा ने पहलगाम आतंकी हमले को लेकर शनिवार को कहा था कि पर्यटकों को प्रतिरोध करना चाहिए था और आतंकवादी हमले में अपने पतियों को खोने वाली महिलाओं को ‘वीरांगना’ की तरह व्यवहार करना चाहिए था।
दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए थे।
तृणमूल कांग्रेस और समाजवादी पार्टी (सपा) ने भाजपा पर असंवेदनशील और ‘‘महिला विरोधी’’ होने का आरोप लगाया।
भाजपा नेता एवं केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने पहलगाम पर्यटकों पर जांगड़ा की टिप्पणी को ‘‘गलत’’ करार दिया और कहा कि इस मामले को अब बंद कर देना चाहिए क्योंकि उन्होंने खेद व्यक्त किया है।
जांगड़ा की टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर खट्टर ने करनाल में संवाददाताओं से कहा कि यह पार्टी के रुख को नहीं दर्शाता है। खट्टर ने कहा, ‘‘उन्होंने (जांगड़ा की टिप्पणी) गलत संदर्भ में पेश की। जिन बहनों ने (घटना में) अपने पतियों को खो दिया है, उनके बारे में ऐसा कहना गलत और अनुचित है।’’
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री खट्टर ने कहा कि जांगड़ा ने अपनी टिप्पणी से किसी को पहुंची ठेस के लिए खेद व्यक्त किया है। उन्होंने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि अब इस मामले को यहीं खत्म कर देना चाहिए।’’
रविवार को जांगड़ा ने कई तरफ से आलोचना झेलने के बाद अपनी टिप्पणी को उचित ठहराने की कोशिश की।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं अपने देश की महिलाओं को किसी भी तरह से कमजोर नहीं मानता। मेरा मानना है कि वे बहादुर हैं और हमें केवल अहिल्याबाई और झांसी की रानी की भावना को जगाने की जरूरत है ताकि अगर पहलगाम जैसी परिस्थितियां आती हैं, तो वे बहादुरी की भावना से लड़ सकें।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं अपने देश की वीरांगनाओं का आदर करता हूं, उन्हें नमन करता हूं।’’
जांगड़ा ने कहा, ‘‘हमारे सशस्त्र बलों ने पहलगाम हमले का बदला लिया और पाकिस्तान को ऐसा सबक सिखाया जिसकी वह कल्पना भी नहीं कर सकता था। हम अपनी बहनों को कभी कमजोर नहीं कह सकते और मेरा मानना है कि हमें केवल उनमें झांसी की रानी और अहिल्याबाई की भावना जगाने की जरूरत है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इस संदर्भ में मैंने अपनी बात कही थी, लेकिन इसे तोड़-मरोड़ कर पेश किया जा रहा है। जो लोग इसे राजनीतिक मुद्दा बना रहे हैं, भगवान उन्हें सद्बुद्धि दे। इससे देश और समाज को ही नुकसान हो रहा है।’’
कांग्रेस ने रविवार को मांग की कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को जांगड़ा की टिप्पणी के लिए माफी मांगनी चाहिए।
विपक्षी पार्टी ने हाल में भाजपा नेताओं मध्य प्रदेश के मंत्री विजय शाह और राज्य के उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा – द्वारा की गई आपत्तिजनक टिप्पणियों का भी हवाला दिया।
कांग्रेस ने दावा किया कि देवड़ा ने कहा था कि पूरी भारतीय सेना और बहादुर सैनिक मोदी के चरणों में नतमस्तक हैं जबकि विजय शाह को पहलगाम हमले में संलिप्त आतंकवादियों के धर्म को कर्नल सोफिया कुरैशी के धर्म से जोड़ने वाली उनकी टिप्पणी के बाद माफी मांगनी पड़ी थी।
विजय शाह की टिप्पणी के बाद आक्रोश पैदा हो गया था।
कर्नल कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने विदेश सचिव विक्रम मिसरी के साथ मीडिया को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बारे में जानकारी दी थी।
जांगड़ा की टिप्पणियों पर नाराजगी व्यक्त करते हुए, तृणमूल कांग्रेस ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘भाजपा सांसद जांगड़ा की हिम्मत कैसे हुई कि वह कहते हैं कि पहलगाम की महिलाओं में बहादुरी की कमी थी? 26 लोगों की जान चली गई, और वह महिलाओं को दोषी ठहराते हैं। यह न केवल असंवेदनशील है, बल्कि यह घृणित और अमानवीय है।’’
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी भाजपा पर निशाना साधा।
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘महिलाओं को सम्मान देने के बजाय उनका अपमान करना, उनकी निंदा करना तथा हर संभव तरीके से उनका शोषण और उत्पीड़न करना भाजपा का असली चेहरा है, जो घृणित और बेहद शर्मनाक है। भाजपा कोई पार्टी नहीं, बल्कि महिला विरोधी मानसिकता का दलदल है।’’
इस बीच, रविवार को चंडीगढ़ में एक कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों से बात करते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सचिन पायलट ने कहा, ‘‘हम सभी को अपने सशस्त्र बलों पर गर्व है, लेकिन मुझे दुख होता है जब मध्य प्रदेश के मंत्री विजय शाह और हरियाणा से राज्यसभा सदस्य रामचंद्र जांगड़ा जैसे जिम्मेदार पदों पर बैठे कुछ वरिष्ठ भाजपा नेता हमारे बहादुर सैन्य अधिकारियों और पहलगाम हमले में मारे गए लोगों और उनके परिवारों के संबंध में अभद्र भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं।’’
हरियाणा के रोहतक से कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा, जिन्होंने पायलट के साथ मीडिया को संबोधित किया, ने कहा कि जांगड़ा ने उन महिलाओं के सम्मान को ठेस पहुंचाई है जिनके पतियों को पहलगाम में आतंकवादियों ने बेरहमी से मार डाला था।
उन्होंने सवाल उठाया कि राज्य महिला आयोग ने अब तक इन बयानों पर कोई संज्ञान क्यों नहीं लिया है?
हुड्डा ने आरोप लगाया, ‘‘पूरा देश उन सभी बहनों और बेटियों के साथ खड़ा है, जिनका सिंदूर छीना गया है। भाजपा नेता लगातार गैरजिम्मेदाराना बयान दे रहे हैं।’’
जांगड़ा ने शनिवार को पहलगाम आतंकी हमले को लेकर कहा था कि पर्यटकों को संघर्ष करना चाहिए था और आतंकी हमले में अपने पतियों को खोने वाली महिलाओं को ‘वीरांगना’ की तरह व्यवहार करना चाहिए था।
भाजपा सांसद ने अग्निवीर योजना का जिक्र करते हुए दावा किया था कि अगर प्रत्येक पर्यटक ने अग्निवीर का प्रशिक्षण लिया होता तो वे आतंकवादियों को घेर सकते थे और जान गंवाने वाले लोगों की संख्या भी कम होती।
भाषा देवेंद्र आशीष
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