कोलकाता, 12 जुलाई (भाषा) पश्चिम बंगाल से पृथक करके अलग राज्य ‘ग्रेटर कूच बिहार’ बनाने की मांग कर रहे अनंत राय ‘महाराज’ को राज्य से आगामी राज्यसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार के रूप में नामित करने के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के फैसले ने एक नया सियासी तूफान खड़ा कर दिया है। सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने भाजपा पर राज्य में अलगाववाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है।
अनंत राय ने मंगलवार को कहा कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री निसिथ प्रमाणिक के साथ बैठक के बाद भाजपा ने उन्हें राज्यसभा टिकट की पेशकश की है।
दिल्ली में बुधवार सुबह एक पार्टी अधिसूचना के जरिये भाजपा द्वारा अनंत राय की उम्मीदवारी की घोषणा के बाद राय ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘मुझे खुशी है कि उन्होंने मुझे चुना। मैं राज्य और अपने क्षेत्र के लोगों की सेवा करने का प्रयास करूंगा।’’
पश्चिम बंगाल से छह राज्यसभा सीट के लिए होने वाले चुनाव में 24 जुलाई को मतदान होगा। इसके अलावा राज्य से एक अन्य सीट पर उपचुनाव भी होगा।
राय उत्तरी पश्चिम बंगाल से पृथक कर एक अलग राज्य या केंद्र शासित प्रदेश बनाए जाने की मांग कर रहे ‘ग्रेटर कूच बिहार पीपुल्स एसोसिएशन’ (जीसीपीए) के एक धड़े का नेतृत्व कर रहे हैं। ऐसा माना जाता है कि उत्तर बंगाल क्षेत्र के राजबंशी समुदाय के बीच उनकी काफी पकड़ है।
यह समुदाय दक्षिण बंगाल में मतुआ के बाद राज्य के सबसे बड़े अनुसूचित जाति समुदायों में से एक है।
भाजपा की राज्य इकाई के प्रवक्ता समिक भट्टाचार्य ने कहा, “हम सभी समुदायों को साथ लेकर विकास पथ पर आगे बढ़ने में विश्वास करते हैं। हम ‘सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास’ के आदर्शों में विश्वास करते हैं।”
इस नामांकन पर प्रतिक्रिया देते हुए टीएमसी सांसद और प्रवक्ता शांतनु सेन ने कहा, “यह केवल यह साबित करता है कि भाजपा राज्य में अलगाववादी आंदोलन को बढ़ावा देती है।”
उन्होंने कहा, “हम लंबे समय से कह रहे हैं कि भाजपा उत्तर बंगाल में अलगाववादी आंदोलन को बढ़ावा दे रही है और राज्य को विभाजित करना चाहती है। यह घटनाक्रम इसी बात को साबित करता है। भाजपा को स्पष्ट रूप से कहना चाहिए कि वे राज्य का विभाजन चाहते हैं या नहीं।”
भाषा प्रशांत सिम्मी
सिम्मी
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