पणजी, पांच मार्च (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता और गोवा के पूर्व मंत्री पांडुरंग मडकाइकर ने दावा किया है कि उन्होंने अपनी फाइल मंजूर कराने के लिए एक मंत्री के निजी सहायक (पीए) को करीब 20 लाख रुपये की रिश्वत दी थी।
इस दावे पर प्रतिक्रिया देते हुए राज्य के परिवहन मंत्री और भाजपा नेता मौविन गोडिन्हो ने बुधवार को संवाददाताओं से कहा कि मडकाइकर को पुलिस में शिकायत दर्ज करानी चाहिए और उस मंत्री का नाम बताना चाहिए जिसके कर्मचारी को उन्होंने पैसे दिए।
विपक्षी आम आदमी पार्टी (आप) ने भी मांग की कि पुलिस मडकाइकर के दावे के संबंध में मामला दर्ज करे।
पूर्ववर्ती मनोहर पर्रिकर नीत कैबिनेट में मंत्री रह चुके मडकाइकर ने मंगलवार की शाम गोवा में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बी एल संतोष से मुलाकात की।
कैबिनेट फेरबदल की अटकलों के बीच संतोष ने मंगलवार को मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत सहित प्रदेश भाजपा नेताओं के साथ बैठक की।
मडकाइकर ने बाद में पत्रकारों से बात करते हुए आरोप लगाया कि सावंत के नेतृत्व वाली कैबिनेट के मंत्री ‘पैसे गिनने में व्यस्त” हैं।
उन्होंने दावा किया, ‘मैं ऐसा इसलिए कह रहा हूं क्योंकि मैंने खुद अपनी फाइल पास कराने के लिए एक मंत्री के पीए को 15-20 लाख रुपये दिए थे।’
उनके दावे पर प्रतिक्रिया देते हुए गोडिन्हो ने कहा कि मडकाइकर को ‘शिकायत दर्ज करानी चाहिए और उस मंत्री का नाम बताना चाहिए जिसे उन्होंने पैसे दिए थे’।
मंत्री ने संवाददाताओं से कहा कि लोकतंत्र में, किसी को भी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का दुरुपयोग नहीं करना चाहिए।
गोडिन्हो ने कहा, ‘मैं किसी भी चीज़ पर टिप्पणी नहीं करना चाहता। हर कोई उन्हें अच्छी तरह से जानता है। उन्हें अपने गिरेबान में झांकना चाहिए कि उनके कार्यकाल के दौरान क्या हुआ था।’
उन्होंने कहा, ‘मेरी उन्हें सलाह है कि जो लोग शीशे के घरों में रहते हैं, उन्हें दूसरों पर पत्थर नहीं फेंकने चाहिए।’
इस बीच, आम आदमी पार्टी के गोवा प्रमुख अमित पालेकर ने बुधवार को एक प्रेस वार्ता कर मांग की कि पणजी पुलिस मडकाइकर के बयान का संज्ञान लेते हुए प्राथमिकी दर्ज करे।
भाषा नोमान मनीषा
मनीषा
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