मुंबई, 26 अगस्त (भाषा) महाराष्ट्र विधान परिषद के सदस्य (एमएलसी) एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता सदाभाऊ खोत ने ‘‘गोरक्षकों’’ पर किसानों को परेशान करने का आरोप लगाया है और उन्हें रोकने के लिए कार्रवाई नहीं किए जाने पर आंदोलन करने की चेतावनी दी है।
पार्टी में उनके सहयोगी और महाराष्ट्र के मंत्री नितेश राणे ने हालांकि उन्हें गोरक्षकों की आलोचना करते समय संयम बरतने की सोमवार को नसीहत दी।
खोत ने आरोप लगाया कि सोमवार दोपहर को पुणे के निकट फुरसुंगी में कुछ गोरक्षकों ने उन पर हमला किया, हालांकि उन्हें कोई चोट नहीं आई।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि गोरक्षक जबरन वसूली कर रहे हैं और किसानों को धमका रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह इस मुद्दे को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के समक्ष उठाएंगे।
रयत क्रांति संगठन के प्रमुख खोत ने सोमवार को पुणे में संवाददाताओं से कहा, ‘गौ रक्षा की आड़ में राज्य में एक बड़ी ‘लॉबी’ सक्रिय है। यहां तक कि उनके कॉर्पोरेट कार्यालय भी हैं। किसान उनके कारण पीड़ित हैं। अगर सरकार कार्रवाई करने में विफल रहती है तो हम पुलिस थानों के सामने ही मवेशियों का शिविर लगाएंगे।’
इन टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मंत्री राणे ने कहा, ‘सदाभाऊ खोत को गोरक्षकों के खिलाफ बोलते समय अपनी भाषा में नरमी बरतनी चाहिए क्योंकि वे (गोरक्षक) गायों की रक्षा का कार्य कर रहे हैं। उन्हें ऐसे बयान नहीं देने चाहिए जिन्हें हिंदू समुदाय का अपमान माना जा सकता है।’
विधायक ने दावा किया कि कुछ लोग मुंबई और पुणे से लक्जरी वाहनों में आते हैं और गोरक्षा के नाम पर काम करते हैं।
खोत ने कहा, ‘‘जिन शहरों में लोग गायों को कम ही देखते हैं, वहां ये तथाकथित गौरक्षक उनकी रक्षा करने का दावा करते हैं। किसानों के वाहन रोके जाते हैं, उनकी पिटाई की जाती है और उनके मवेशियों को जब्त कर लिया जाता है। यह सब बंद होना चाहिए।’
उन्होंने कहा कि वह इस मामले को मुख्यमंत्री फडणवीस के समक्ष उठाएंगे।
भाषा सुमित सिम्मी
सिम्मी
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