नई दिल्ली : कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने महाराष्ट्र के नांदेड़ के सरकारी अस्पताल में 24 घंटे में 12 नवजातों समेत 24 लोगों की मौत को लेकर भाजपा पर निशाना साधा है. इसके साथ ही कांग्रेस के बाकी नेताओं ने भी राज्य की सरकार पर निशाना साधा है. एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने इसे महाराष्ट्र सरकार की नाकामी बताया है.
राहुल गांधी ने मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति संवेदना जताई है और भाजपा पर गरीबों को नजरंदाज करने का आरोप लगाया है.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा है, “नांदेड़, महाराष्ट्र के सरकारी अस्पताल में दवाइयों की कमी से 12 नवजात शिशुओं समेत 24 लोगों की मृत्यु का समाचार अत्यंत दुखद है. सभी शोकाकुल परिवारों को अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं.”
उन्होंने कहा, “भाजपा सरकार हज़ारों करोड़ रुपए अपने प्रचार पर खर्च कर देती है, मगर बच्चों की दवाइयों के लिए पैसे नहीं हैं? भाजपा की नज़र में ग़रीबों की ज़िंदगी की कोई कीमत नहीं है.”
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जिले की तीन सदस्यीय समिति करेगी जांच
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में नांदेड़ के एक सरकारी अस्पताल में पिछले 24 घंटे में 12 शिशु समेत 24 लोगों की मौत हो गई. एक शीर्ष स्वास्थ्य अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी थी.
महाराष्ट्र के चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग के निदेशक डॉ. दिलीप म्हैसेकर ने बताया, “पिछले 24 घंटे में, नांदेड़ सरकारी अस्पताल एवं मेडिकल कॉलेज (जीएमसीएच) में 24 लोगों की मौत हुई है. इनमें 12 शिशु हैं जिन्हें कुछ स्थानीय निजी अस्पतालों से यहां भेजा गया था. शेष मृतक वयस्क थे, जिनकी विभिन्न कारणों से मौत हुई.”
उन्होंने बताया, “छत्रपति संभाजीनगर (पहले औरंगाबाद) जिले की तीन सदस्यीय विशेषज्ञ समिति का गठन कर उसे मंगलवार दोपहर एक बजे तक रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है. मैं स्थिति की व्यक्तिगत रूप से समीक्षा करने के लिए अस्पताल जा रहा हूं.”
कांग्रेस ने लापरवाही से मौत बताया, पीएम मोदी से इस पर बोलने को कहा
कांग्रेस ने ‘एक्स’ के अपने आधिकारिक हैंडल के माध्यम से कहा, ‘महाराष्ट्र के सरकारी अस्पताल में 24 घंटे में 24 मरीजों की मौत की दुखद खबर सामने आई है. इनमें 12 बच्चे भी शामिल हैं. हमारी संवेदनाएं मृतकों के परिवारों के साथ हैं. ईश्वर उन्हें यह दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करें.’
उसने यह भी कहा, ‘खबरों के मुताबिक, मरीजों की मौत की एक वजह जरूरी दवाइयों की कमी है. यह बेहद गंभीर विषय है. इस मामले में लापरवाही बरतने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए. सरकार को प्रचार से ज्यादा जमीन पर काम करने की जरूरत है.’
कांग्रेस के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने कहा कि जीएमसीएच के डीन ने उन्हें 24 लोगों की मौत के बारे में बताया है.
अस्पताल के डीन से मिली जानकारी का हवाला देते हुए उन्होंने कहा, “जिन 24 लोगों की मौत हुई है, उनमें से 6-7 नवजात थे और कुछ गर्भवती महिलाएं थीं. अन्य 70 मरीजों की हालत गंभीर है. कुछ लोगों की मौत अज्ञात जहर संबंधी कारण से हुई.”
चव्हाण ने कहा कि एकनाथ शिंदे सरकार को प्राथमिकता के आधार पर नांदेड़ जीएमसीएच के लिए मेडिकल स्टाफ के साथ-साथ धन की व्यवस्था करनी चाहिए.
चव्हाण ने कहा कि अस्पताल में 500 बिस्तर हैं लेकिन फिलहाल लगभग 1,200 मरीज भर्ती हैं.
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस विषय पर बोलना चाहिए.
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘दवाओं की कमी के चलते महाराष्ट्र में 12 शिशुओं समेत 24 मरीजों की मौत का दुखद समाचार प्राप्त हुआ. ईश्वर दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करें. शोक-संतप्त परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं.’
उन्होंने कहा कि जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो और पीड़ित परिवारों को मुआवजा दिया जाये.
एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने शिंदे सरकार को फेल करार दिया
24 घंटे में 12 नवजात शिशुओं सहित 24 लोगों की मौत पर एकनाथ शिंदे सरकार की आलोचना करते हुए, राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख शरद पवार ने कहा कि यह घटना सरकारी प्रणालियों की विफलता को उजागर करती है और भविष्य में मरीजों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए गंभीर कदम उठाने को कहा.
शरद पवार ने एक्स पर लिखा, “नांदेड़ के एक सरकारी अस्पताल में 24 घंटे में 12 नवजात शिशुओं सहित 24 लोगों की मौत की दुर्भाग्यपूर्ण घटना सचमुच चौंकाने वाली है.”
यह घटना यहां शंकरराव चव्हाण सरकारी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में दवाओं की कथित कमी के कारण दर्ज की गई थी.
ऐसी ही एक घटना को याद करते हुए जिसमें ठाणे नगर निगम के कलवा अस्पताल में 18 लोगों की मौत हो गई थी, पवार ने कहा, “अभी 2 महीने पहले, एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई थी जहां ठाणे नगर निगम के कलवा अस्पताल में एक ही रात में 18 लोगों की मौत हो गई थी. इस घटना को गंभीरता से न लेने के कारण नांदेड़ के सरकारी अस्पताल में ऐसी गंभीर घटना दोहराई गई. यह सरकारी तंत्र की विफलता को दिखाता है.”
पवार ने कहा कि उस घटना को गंभीरता से न लेने के कारण सरकार की विफलता के कारण नांदेड़ के सरकारी अस्पताल में भी इसी तरह की त्रासदी हुई.
पवार ने निर्दोष मरीजों की जान बचाने की जरूरत पर जोर देते हुए राज्य सरकार से ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए तत्काल और ठोस कदम उठाने का आग्रह किया.
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