लखनऊ, 19 अप्रैल (भाषा) समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं उप्र के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शनिवार को आरोप लगाया कि भाजपा सरकार प्रभुत्ववादियों और सामंतवादियों को संरक्षण दे रही है।
अखिलेश यादव ने शनिवार को आगरा पहुंचकर समाजवादी पार्टी के सांसद रामजी लाल सुमन और उनके परिजनों से मुलाकात की। उसके बाद पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए यादव ने दावा किया, ‘‘सुमन जी के घर पर हमला अचानक नहीं षड्यंत्र के तहत हुआ है।’’
सपा मुख्यालय से जारी एक बयान के अनुसार, पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, “प्रभुत्ववादी और सामंतवादी लोग दलितों, पिछड़ों, अल्पसंख्यकों पर हमले कर रहे हैं। ये लोग जानते हैं कि वह कुछ भी करें सरकार उन पर कोई कार्रवाई नहीं करेगी।”
यादव ने कहा, ‘‘भाजपा सरकार में पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) पर हमला कर उन्हें डराने की कोशिश हो रही है। आगरा में सांसद रामजी लाल सुमन के घर पर हमला सोची-समझी रणनीति और साजिश के तहत हुआ है।”
उन्होंने कहा, “रामजी लाल सुमन के घर तोड़फोड़ हुई, आगरा में खुलेआम नंगी तलवारें लहराई गईं। जान से मारने की धमकी दी गयी। आगरा हिंसा सरकार द्वारा प्रायोजित है।”
सपा प्रमुख ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार संविधान के अनुसार नहीं चल रही है और उत्तर प्रदेश में कानून का राज नहीं है।
यादव ने कहा, ‘‘मैं अपने दलित सांसद सुमन जी के साथ खड़ा हूं, तो मुझे गोली मारने की धमकी मिल रही है। आखिरकार इसके पीछे कौन है। इस तरह की धमकियों का सरकार को खुद संज्ञान लेना चाहिए लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।”
उन्होंने यह भी दावा किया कि अगर समाजवादी पार्टी के लोग शिकायत कर रहे हैं तो भी प्राथमिकी दर्ज नहीं की जा रही है।
अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार जाति के आधार पर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि सम्राट अशोक जिन्हें कुशवाहा, मौर्य समाज भगवान की तरह मानता है उनकी जयंती पर सौहार्द पूर्ण आयोजन में एक व्यक्ति ने तलवार से केक काट दिया तो उस पर कार्रवाई हो गयी लेकिन ड्रोन की निगरानी में तलवारें लहराते भाजपाई लोगों को पूरा सम्मान दिया जाता है, उन पर कोई कार्रवाई नहीं होती है।
यादव ने कहा कि आगरा में जो तथाकथित शक्ति प्रदर्शन था वह दिल्ली और लखनऊ वालों के बीच सत्ता संघर्ष से उपजा था।
आगरावासियों से आगे आकर हिंसात्मक राजनीति का विरोध करने की अपील करते हुए सपा प्रमुख ने कहा कि अगर आगरा का अमन चैन बिगड़ा और दुनिया में इसकी चर्चा हुई तो अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर आगरा की छवि खराब होगी।
उन्होंने राणा सांगा पर राज्यसभा में रामजी लाल सुमन की टिप्पणी की ओर इशारा करते हुए कहा, “जब सांसद रामजी लाल सुमन की कही गयी बात राज्यसभा की कार्यवाही से निकाल दी गयी तो सोशल मीडिया पर कैसे फैलाई गयी। पहले भी सदन में बहुत बातें कहीं गई हैं। यह जिम्मेदारी सरकार की भी है कि जो बात कार्यवाही से हटा दी गयी, वह न फैले। लेकिन भाजपा सरकार ने जानबूझकर भोले भाले लोगों को कठपुतली बनाकर उससे राजनीतिक लाभ लेना चाहा।”
यादव ने कहा कि ‘पीडीए परिवार’ जागरूक हो गया है और भाजपा सरकार अपने ‘‘षड्यंत्र’’ में कामयाब नहीं होगी।
इस अवसर पर यादव के साथ रामजी लाल सुमन, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष किरणमय नंदा, सांसद रामभुआल निषाद और सनातन पांडेय समेत कई प्रमुख नेता मौजूद थे।
भाषा आनन्द शफीक
शफीक
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