नयी दिल्ली, 24 फरवरी (भाषा) मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि केंद्र की भाजपा सरकार अपनी जरूरतों की पूरा करने के लिए राज्यपालों की ‘निर्लज्ज तरीके’ से नियुक्ति कर रही है।
पार्टी के मुखपत्र ‘पीपुल्स डेमोक्रेसी’ के संपादकीय में यह दावा भी किया गया है कि केंद्र सरकार द्वारा नियुक्त किए गए कई राज्यपाल अतीत में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़े रहे हैं।
गौरतलब है कि केरल में माकपा के नेतृत्व वाली सरकार ने केंद्र सरकार से आग्रह किया है कि संविधान में संशोधन करके राज्यों को यह अधिकार दिया जाए कि वो राज्यपालों की नियुक्ति कर सकें या उन्हें वापस बुला सकें।
माकपा के मुखपत्र के संपादकीय में कहा गया है, ‘‘केरल सरकार ने जो रुख अपनाया है वह इस बात को प्रदर्शित करता है कि राज्यपाल की भूमिका में बदलाव की जरूरत लंबे समय से महसूस की जा रही है। मौजूदा समय में राज्यपाल की नियुक्ति केंद्र सरकार करती है और ऐसे में वह केंद्र सरकार के एजेंट के रूप में काम करता है।’’
वापमंथी दल ने आरोप लगाया कि हाल के वर्षों में केंद्र सरकार ने राज्यपालों की ऐसे ‘निर्लज्ज तरीके से’ नियुक्ति की है कि वह उसकी जरूरतों को पूरा कर सकें।
भाषा हक हक नरेश
नरेश
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.