कोलकाता, 23 मार्च (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक प्रतिनिधिमंडल को पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में उस स्थान पर जाने से रोक दिया गया, जहां आठ लोगों की झुलसकर मौत हो गई थी।
राज्य के प्रमुख विपक्षी दल ने इस घटना पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग की और आरोप लगाया कि दोषियों को बचाने के प्रयास किए जा रहे है।
राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी के नेतृत्व में भाजपा प्रतिनिधिमंडल को रोक दिया गया क्योंकि पुलिस ने बोगटुई गांव के बाहर अवरोधक लगा दिए थे।
उन्होंने कहा, ‘‘हमें मौके पर जाने से रोक दिया गया था, लेकिन मुख्यमंत्री ने कहा था कि वह वहां जा रही हैं। वह सबूतों को मिटाने और दोषियों को बचाने के लिए इलाके का दौरा करेंगी। हम इसके खिलाफ हैं। अगर हमें अनुमति नहीं है, तो किसी और को भी यहां जाने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘केवल केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) और राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) की जांच से ही सच्चाई सामने आ सकती है।’’
बनर्जी ने कहा है कि हिंसा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
अधिकारी ने बीरभूम जाते समय संवाददाताओं से कहा, ‘‘मुख्यमंत्री राज्य के गृह मंत्री भी होते हैं। वह गृह मंत्री के रूप में अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने में विफल रही हैं। उन्हें तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए।’’
भाजपा सांसद और पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष अर्जुन सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री को घटना की नैतिक जिम्मेदारी लेनी चाहिए और इस्तीफा देना चाहिए।
इस बीच, तृणमूल कांग्रेस ने विपक्षी दल भाजपा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उसके ‘‘सदस्य पिकनिक मना रहे थे।’’
तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता कुणाल घोष ने एक मिठाई की दुकान पर स्थानीय व्यंजनों का स्वाद चखते हुए भाजपा नेताओं का एक वीडियो ट्विटर पर साझा किया। घोष ने कहा, ‘‘भाजपा ने हिंसा प्रभावित बीरभूम में अपने सदस्यों के दौरे की व्यवस्था की, लेकिन वे वहां जाते समय रास्ते में पिकनिक मना रहे हैं।’’
भाषा देवेंद्र उमा
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