नयी दिल्ली, 10 अप्रैल (भाषा) भाजपा ने बृहस्पतिवार को कहा कि मुंबई हमले के आरोपी तहव्वुर राणा का प्रत्यर्पण प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आतंकवाद के प्रति ‘‘नए भारत’’ के ‘‘कतई बर्दाश्त नहीं’’ करने के संकल्प को दर्शाता है। इसने साथ ही कांग्रेस पर ‘‘वोट बैंक की राजनीति’’ के लिए आतंकवाद के प्रति नरम रुख अपनाने का आरोप लगाया।
भाजपा मुख्यालय में पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि राणा का प्रत्यर्पण मोदी सरकार और इसकी सुरक्षा एजेंसियों की एक ‘‘बड़ी उपलब्धि’’ है।
उन्होंने कहा कि यह उन सुरक्षाकर्मियों के प्रति भी श्रद्धांजलि है जिन्होंने पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवादियों से लड़ते हुए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया। साथ ही यह हमले में मारे गए अमेरिका, इजराइल, फ्रांस, जर्मनी, इटली तथा अन्य देशों के लोगों सहित 160 से अधिक लोगों को न्याय दिलाने की दिशा में एक ‘‘बड़ा कदम’’ है।
पूनावाला ने कहा, ‘‘यह प्रत्यर्पण कोई साधारण प्रत्यर्पण नहीं है। यह नए भारत के संकल्प का प्रतिबिंब है, जिसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2019 में वर्णित करते हुए कहा था कि अगर किसी ने भारत की एकता, अखंडता, सम्मान और इसके निर्दोष लोगों पर हमला करने की हिम्मत की, तो नया भारत ऐसे आतंकवादियों को न्याय के कठघरे में लाएगा।’’
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि आतंकवाद और आतंकी हमलों के प्रति मोदी सरकार के कठोर रवैये के कारण राणा को न्याय के कठघरे में लाने के लिए उसे भारत लाया जा रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘इससे पहले, विशेषकर 2004-14 के बीच (जब कांग्रेस नीत संप्रग सरकार सत्ता में थी), ऐसा एक भी महीना नहीं था जब भारत के किसी प्रमुख शहर में कोई बड़ा आतंकवादी हमला न हुआ हो।’’
पूनावाला ने कांग्रेस का नाम लिए बगैर आरोप लगाया कि पूर्ववर्ती सरकार आतंकवादी हमलों की घटनाओं पर मूकदर्शक बनी रही और उसने ऐसे आतंकवादियों तथा भारत में आतंकवाद के प्रायोजकों के खिलाफ कोई ठोस कदम नहीं उठाए।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार की आतंकवाद के प्रति ‘कतई बर्दाश्त नहीं’ की नीति के कारण इस तरह के बड़े आतंकवादी हमले ‘‘लगभग बंद हो गए हैं’’।
पूनावाला ने कहा, ‘‘पहले वोट बैंक के नाम पर आतंकवाद के प्रति नरम रुख अपनाया जाता था।’’
भाषा नेत्रपाल पवनेश
पवनेश
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.