नयी दिल्ली, 22 मार्च (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के रामपुरहाट में कुछ मकानों में आग लगने से दो बच्चों समेत आठ लोगों की हुई मौत के लिए राज्य की सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस से जुड़े अपराधियों को जिम्मेदार ठहराया और इस पूरे प्रकरण की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से कराने की मांग की।
पश्चिम बंगाल के भाजपा सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल ने इस सिलसिले में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की और उनसे हस्तक्षेप की मांग की।
भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने इस घटना की निंदा करते हुए एक ट्वीट में कहा कि वह निर्दोष लोगों की मौत से स्तब्ध हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘यह घटना साबित करती है कि ममता सरकार का कानून व्यवस्था पर कोई नियंत्रण नहीं है। मैं इस घटना की कड़े से कड़े शब्दों में निंदा करता हूं। साथ ही दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग करता हूं।’’
भाजपा मुख्यालय में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए पार्टी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के लिए उपयुक्त होगा कि वह अपने पद से इस्तीफा दे दें, क्योंकि उनकी सरकार नागरिकों को सुरक्षा देने में नाकाम रही है और इसके विपरीत वह अपराधियों को संरक्षण दे रही हैं।
राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) मनोज मालवीय ने कोलकाता में संवाददाताओं को बताया कि यह घटना सोमवार को तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के पंचायत स्तर के एक नेता की कथित हत्या के कुछ घंटे बाद हुई।
डीजीपी मालवीय ने कहा कि एक जले हुए मकान से सात लोगों के शव बरामद किए गए, जबकि गंभीर रूप से झुलसे हुए एक घायल व्यक्ति की अस्पताल में मौत हो गई।
उन्होंने कहा कि इस घटना के सिलसिले में अब तक 11 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
भाजपा ने आरोप लगाया कि पीड़ित परिवारों के घरों को तृणमूल कांग्रेस से जुड़े गुंडों ने बदले की कार्रवाई के तहत मकानों को आग के हवाले कर दिया।
भाटिया और भाजपा सांसद लॉकेट चटर्जी ने कहा कि बंगाल में लोकतंत्र समाप्त हो गया है और कानून-व्यवस्था नाम की कोई चीज ही नहीं है।
भाटिया ने कहा, ‘‘पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में पहले एक तृणमूल कांग्रेस नेता की हत्या हुई। लेकिन उस हत्या के बाद जो हुआ, उसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। वो बेहद दुःखद, चिंताजनक है। पश्चिम बंगाल में लोकतंत्र की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं।’’
उन्होंने कहा कि बंगाल में सबसे ज्यादा अपराध वो लोग करते हैं, जिन्हें वहां की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस का राजनीतिक संरक्षण मिला हुआ है।
उन्होंने दावा किया, ‘‘ये लोग आये और 10-12 घरों के बाहर दरवाजे पर ताला लगा दिया और ये इसलिए किया गया ताकि उन घरों में जब आग लगाई जाए, तो उन घरों में रहने वाले निर्दोष लोग भाग न पाएं।’’
भाटिया ने कहा, ‘‘स्वाभाविक है कि राज्य पुलिस इस मामले में निष्पक्ष जांच नहीं कर सकती, इसलिए एक निष्पक्ष जांच एजेंसी से इसकी जांच कराई जानी चाहिए।’’
चटर्जी ने कहा कि बंगाल में यह पहली बार नहीं हुआ है कि वहां कानून व्यवस्था ध्वस्त है और ममता बनर्जी मस्त हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘दो मई को वहां विधानसभा चुनाव के परिणाम वाले दिन भी खून की होली खेली गई।’’
उन्होंने आरोप लगाया कि विधानसभा चुनाव के बाद हुई हिंसा में तृणमूल कांग्रेस द्वारा भाजपा के तकरीबन 100 कार्यकर्ताओं की हत्या की गई।
उन्होंने कहा, ‘‘पूरा पश्चिम बंगाल आज बारूद के ढेर पर बैठा है।’’
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ब्रजेन्द्र दिलीप
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