नयी दिल्ली, 19 दिसंबर (भाषा) भारतीय जनता पार्टी की दिल्ली इकाई के नेताओं ने बृहस्पतिवार को कई स्थानों पर विरोध प्रदर्शन किया और कांग्रेस से भीमराव आंबेडकर के जीवनकाल में और उसके बाद उनके प्रति कथित अनादर दिखाने के लिए माफी मांगने की मांग की।
इन नेताओं में अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति मोर्चा के नेता भी शामिल थे।
यह विरोध प्रदर्शन वरिष्ठ भाजपा नेता और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की आंबेडकर पर टिप्पणी को लेकर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) द्वारा शहर भर में किए गए प्रदर्शनों के जवाब में किया गया।
उत्तर-पश्चिम से भाजपा सांसद योगेंद्र चंदोलिया ने यहां जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन में कहा कि राष्ट्र मांग करता है कि कांग्रेस आंबेडकर की चुनावी हार का षड्यंत्र रचने और उनका विरोध करने वालों को पद्म पुरस्कार देने के लिए माफी मांगे।
उन्होंने आरोप लगाया, ‘हर कोई जानता है कि जवाहरलाल नेहरू ने जीवन भर डॉ. आंबेडकर और सरदार पटेल जैसे नेताओं के खिलाफ साजिश रची।’
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के निकट विरोध प्रदर्शन में भाजपा नेता भूपेंद्र गोठवाल ने सैकड़ों पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ कांग्रेस से माफी की मांग की।
प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए पश्चिमी दिल्ली से भाजपा सांसद कमलजीत सहरावत ने कहा कि कांग्रेस अब संविधान और डॉ. आंबेडकर के नाम पर शपथ लेती है, जबकि 1990 में भाजपा समर्थित गठबंधन सरकार ने उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया था, जो कि देश की सबसे पुरानी पार्टी करने में विफल रही।
भाजपा ने रायसीना रोड और चांदनी चौक इलाकों में भी विरोध प्रदर्शन किया।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि देश की जनता कांग्रेस नेताओं, विशेषकर गांधी परिवार से डॉ. आंबेडकर के जीवनकाल और मरणोपरांत उनके प्रति दिखाए गए अनादर के लिए माफी की मांग करती है।
भाषा
शुभम वैभव
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