scorecardresearch
Tuesday, 16 September, 2025
होमदेशगोवा में बिट्स पिलानी के छात्र की मौत: पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में शरीर में मादक पदार्थ के अंश होने की पुष्टि

गोवा में बिट्स पिलानी के छात्र की मौत: पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में शरीर में मादक पदार्थ के अंश होने की पुष्टि

Text Size:

पणजी, 12 सितंबर (भाषा) पिछले हफ्ते दक्षिण गोवा में बिट्स पिलानी परिसर में स्थित छात्रावास के कमरे में मृत पाए गए 20 वर्षीय छात्र के शरीर में मादक पदार्थ के अंश पाए गए हैं। यह जानकारी पुलिस ने शुक्रवार को दी।

मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने संवाददाताओं से बात करते हुए कहा कि वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने पुष्टि की है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में ऋषि नायर के शरीर में मादक पदार्थ के अंश पाए गए हैं। नायर 4 सितंबर को छात्रावास के कमरे में मृत पाए गए थे।

नायर की मौत दिसंबर 2024 से वास्को शहर के पास स्थित बिट्स पिलानी के परिसर में दर्ज की गई इस तरह की पांचवीं घटना थी। इससे पहले, छात्र ओम प्रियन सिंह (दिसंबर 2024), अथर्व देसाई (मार्च 2025), कृष्णा कसेरा (मई 2025) और कुशाग्र जैन (अगस्त 2025) छात्रावास के कमरों में मृत पाए गए थे।

पुलिस अधीक्षक (दक्षिण) टीकम सिंह वर्मा ने कहा कि प्रारंभिक रिपोर्ट में नायर के शरीर में मादक पदार्थ की मौजूदगी का संकेत मिला है और मामले की जांच जारी है।

मुख्यमंत्री ने मडगांव में संवाददाताओं को बताया कि बिट्स पिलानी सहित सभी शैक्षणिक संस्थानों में मादक पदार्थों, शराब या किसी भी प्रतिबंधित पदार्थ के संभावित इस्तेमाल के संबंध में कड़ी निगरानी रखी जा रही है।

उन्होंने कहा कि परिसर में हुई पिछली पांच मौतों में से यह पहली घटना है, जिसमें मृत व्यक्ति के शरीर में मादक पदार्थ के अंश पाए गए हैं।

विधायक क्रूज सिल्वा के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी के नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने शुक्रवार को एसपी वर्मा से मुलाकात की और शैक्षणिक संस्थानों में मादक पदार्थों की बिक्री पर चिंता व्यक्त की।

सिल्वा ने सवाल किया, ‘छात्रों को पता है कि मादक पदार्थ कहां मिल सकते हैं। ये आसानी से उपलब्ध हैं। पुलिस तस्करों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है?’

आम आदमी पार्टी की गोवा इकाई के अध्यक्ष अमित पालेकर ने पणजी में कहा कि अहम सवाल यह है कि शिक्षण संस्थानों के परिसरों तक मादक पदार्थ कैसे पहुंचते हैं।

पालेकर ने दावा किया, ‘यह गोवा पुलिस, कानून-व्यवस्था और खुद मुख्यमंत्री की नाकामी है। उन्हें (मुख्यमंत्री को) इस मामले को गंभीरता से लेना शुरू कर देना चाहिए।’

भाषा तान्या

तान्या दिलीप

दिलीप

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

share & View comments