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Wednesday, 8 May, 2024
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राजस्थान, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, केरल में बर्ड फ्लू की पुष्टि, अलर्ट जारी

मंत्रालय ने भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद-नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हाई-सिक्योरिटी एनिमल डिसीज (ICAR-NIHSAD) द्वारा इन राज्यों के नमूनों का परीक्षण किए जाने के बाद मंत्रालय ने इसकी जानकारी दी.

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नई दिल्ली: मछली पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय ने बुधवार को एवियन इन्फ्लुएंजा की पुष्टि की, जिसे आमतौर पर बर्ड फ्लू के रूप में जाना जाता है, राजस्थान, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और केरल से इसके मामले सामने आए हैं.

मंत्रालय ने भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद-नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हाई-सिक्योरिटी एनिमल डिसीज (ICAR-NIHSAD) द्वारा इन राज्यों के नमूनों का परीक्षण किए जाने के बाद मंत्रालय ने इसकी जानकारी दी.

एक आधिकारिक बयान में, मंत्रालय ने कहा कि राजस्थान में बारां, कोटा और झालावाड़ जिले में कौवों में बर्ड फ्लू को रिपोर्ट किया गया है, जबकि मध्य प्रदेश ने भी मंदसौर, इंदौर और मालवा जिलों में कौवे में बीमारी की सूचना दी है.

बयान में कहा गया है, ‘हिमाचल प्रदेश में, कांगड़ा में प्रवासी पक्षियों में बर्ड फ्लू की सूचना मिली है, जबकि केरल में कोट्टायम और अल्लापुझा जिलों में पोल्ट्री-बत्तख में इसे रिपोर्ट किया गया है.’

मंत्रालय ने कहा कि 1 जनवरी, 2021 को राजस्थान और मध्य प्रदेश को एक एडवाइजरी जारी की गई थी, ताकि संक्रमण को और अधिक फैलने से रोका जा सके.

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‘मध्य प्रदेश और राजस्थान से प्राप्त जानकारी के अनुसार, एवियन इन्फ्लुएंजा की राष्ट्रीय कार्य योजना के दिशा-निर्देशों के अनुसार नियंत्रण के उपाय किए जा रहे हैं.

एक और एडवाइजरी 5 जनवरी, 2021 को हिमाचल प्रदेश को जारी की गई है, जहां राज्य को सलाह दी गई है कि वह पोल्ट्री में बीमारी के प्रसार से बचने के लिए उपाय करें. प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार, केरल ने पहले ही 5 जनवरी, 2021 से नियंत्रण और कंटेनमेंट अभियान शुरू कर दिया है, और यह प्रक्रिया चल रही है’, बयान में आगे कहा गया है.

मंत्रालय ने यह भी बताया कि इसने स्थिति पर नजर रखने और राज्य अधिकारियों द्वारा किए गए निवारक और नियंत्रण उपायों के रोजाना के आधार पर स्टॉक लेने के लिए नई दिल्ली में एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है.

केरल के वन, पशुपालन और डेयरी विकास मंत्री के राजू ने मंगलवार को पुष्टि की कि लगभग 12,000 बत्तखों की मौत हो गई है और जहां बर्ड फ्लू की सूचना मिली है, लगभग 40,000 पक्षियों को उस क्षेत्र में मारने के लिए रखा जाएगा.

राज्य सरकार ने कहा था कि बर्ड फ्लू केरल में राज्य-विशिष्ट आपदा के रूप में घोषित किया गया है और कोट्टायम और अलप्पुझा जिलों के कुछ हिस्सों में बर्ड फ़्लू के प्रकोप की पुष्टि होने के बाद हाई अलर्ट जारी किया गया है.

मंगलवार को मध्य प्रदेश के पशुपालन मंत्री प्रेम सिंह पटेल ने भी कहा कि 10 जिलों में लगभग 400 कौवे मृत पाए जाने के बाद राज्य में कौवों की मौत को नियंत्रित करने के लिए अलर्ट जारी किया गया है.

केंद्र सरकार ने राज्यों को पक्षियों की किसी भी असामान्य मृत्यु की रिपोर्ट के लिए वन विभाग के साथ समन्वय करने का सुझाव दिया है, और अन्य राज्यों को पक्षियों के बीच किसी भी असामान्य मृत्यु दर पर सतर्कता रखने और आवश्यक उपाय करने के लिए तुरंत रिपोर्ट करने के लिए कहा है.

राज्य सरकार ने मंगलवार को कहा कि बर्ड फ्लू वायरस H5N1 ने हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में अब तक 2,403 प्रवासी पक्षियों को मार दिया है. राज्य पशुपालन विभाग ने कहा कि इसके कारण 10 किलोमीटर का अलर्ट जोन घोषित किया गया, जहां अंडे की बिक्री नहीं होने दी गई और मुर्गीपालन के बाजार बंद कर दिए गए हैं

इस बीच, राजस्थान के पशुपालन मंत्री लालचंद कटारिया ने भी कहा कि यह चिंता का विषय है क्योंकि इससे पक्षियों और कुक्कुट उद्योग प्रभावित हुए हैं। मंगलवार को बारां जिले में 50 से अधिक पक्षी मृत पाए गए।

इस बीच, राजस्थान के पशुपालन मंत्री लालचंद कटारिया ने भी कहा कि यह चिंता का विषय है क्योंकि इससे पक्षियों और कुक्कुट उद्योग प्रभावित हुए हैं. मंगलवार को बारां जिले में 50 से अधिक पक्षी मृत पाए गए.

विशेष रूप से, बर्ड फ्लू के वायरस पिछली सदी में दर्ज चार ज्ञात प्रमुख प्रकोपों ​​के साथ सदियों से दुनिया भर में घूम रहे हैं. भारत ने 2006 में एवियन इन्फ्लूएंजा के पहले प्रकोप को रिपोर्ट किया था. भारत में मनुष्यों में संक्रमण अभी तक रिपोर्ट नहीं किया गया है, हालांकि यह बीमारी ज़ूनोटिक है.

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