कोलकाता, 24 मार्च (भाषा) पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में हाल में हुई हत्याओं पर विधानसभा में चर्चा की मांग को विधानसभाध्यक्ष द्वारा अस्वीकार किए जाने के बाद बृहस्पतिवार को विपक्षी भाजपा के सदस्यों ने सदन से ‘वॉकआउट’ (बहिर्गमन)किया।
विधानसभा की कार्यवाही जैसे ही शुरू हुई, नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी भगवा पार्टी के अन्य सदस्यों के साथ विधानसभाध्यक्ष के आसन के सामने आ गए और बीरभूम जिले में हुई हिंसा के मुद्दे पर चर्चा कराने की मांग की। इस हिंसा में दो बच्चों सहित आठ लोगों की मौत हो गई है।
सदन में भाजपा के विधायकों ने तख्तियां भी ली हुई थी जिसपर बंगाली में लिखा था, ‘‘मानुष मारा सरकार,आर नेई दोरकार’ (हमें ऐसी सरकार नहीं चाहिए जो लोगों की हत्या करती है।)
चर्चा की मांग को विधानसभाध्यक्ष बिमान बनर्जी ने अस्वीकार कर दिया जिसके बाद भाजपा विधायकों ने वॉकआउट किया।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के 17,602 करोड़ रुपये के बजटीय अनुदान पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने कहा कि विपक्षी सदस्य शासन संबंधी कार्यों पर चर्चा के बजाय हंगामा करना चाहते हैं।
उन्होंने रेखांकित किया कि वर्ष 2010-2011 में वाम मोर्चे की सरकार के दौरान स्वास्थ्य विभाग को केवल 3,584 करोड़ रुपये का बजट दिया गया था जबकि तृणमूल कांग्रेस के शासन में इसे बढ़ाकर 17,602 करोड़ रुपये किया गया है।
भाषा धीरज उमा
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