पटना, सात फरवरी (भाषा) बिहार में नीतीश कुमार नीत सरकार पर सोमवार को भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने फिर से हमला बोला।
भाजपा को अपने गठबंधन सहयोगी जद (यू) की उस मांग से नाराज बताया जा रहा है, जिसमें वह केंद्र से राज्य को विशेष दर्जा देने की मांग कर रहा है।
पश्चिम चंपारण से लोकसभा सदस्य जायसवाल ने एक लंबी फेसबुक पोस्ट में कहा कि बिहार को पहले से ही महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों की तुलना में अधिक केंद्रीय सहायता मिल रही है, जोकि जनसंख्या के मामले में लगभग समान आकार के हैं।
उन्होंने राज्य की कुछ कमियों की ओर भी इशारा किया, जिसमें संसाधनों का पूरी तरह उपयोग नहीं किये जाने, उद्यमिता विरोधी रवैये और जनसंख्या नियंत्रण नीति को आगे बढ़ाने की अनिच्छा की ओर इशारा किया।
हालांकि, जायसवाल ने अपनी पोस्ट में किसी का नाम नहीं लिया।
भाजपा के पूर्व मुख्य सचेतक ने पिछले सप्ताह लोकसभा में जद (यू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह क्षेत्र नालंदा से पार्टी के सांसद कौशलेंद्र कुमार द्वारा उठाए गए सवालों का स्क्रीनशॉट भी संलग्न किया।
जद (यू) के सांसदों ने जानना चाहा था कि क्या नरेंद्र मोदी सरकार हाल ही में नीति आयोग द्वारा औद्योगिक एवं आर्थिक रूप से पिछड़े के तौर पर पहचाने गए बिहार और अन्य राज्यों को जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और पूर्वोत्तर राज्यों की तर्ज पर ”विशेष राज्य का दर्जा” देने पर विचार करेगी।
जायसवाल ने उन स्क्रीनशॉट को भी साझा किया, जिनमें केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह द्वारा इस मुद्दे पर जवाब देते हुए बताया गया है कि बिहार या किसी अन्य राज्य को विशेष दर्जा प्रदान करने की कोई योजना नहीं है। साथ ही इसके पीछे के कारणों का भी उल्लेख किया गया है।
वर्ष 2005 में सत्ता में आने के बाद से नीतीश कुमार के लिए राज्य को विशेष दर्जे की मांग एक राजनीतिक मुद्दा रही है।
भाषा शफीक दिलीप
दिलीप
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