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Thursday, 14 November, 2024
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विराट रामायण मंदिर के निर्माण के लिए बिहार की मुस्लिम फैमिली ने दान की 2.5 करोड़ की जमीन

पटना स्थित 'महावीर मंदिर ट्रस्ट' के प्रमुख आचार्य किशोर कुणाल ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि भूमि दान करने वाले इश्तियाक अहमद खान पूर्वी चंपारण के एक व्यापारी हैं, जिनका गुवाहाटी में व्यवसाय है.

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पटना (बिहार) : बिहार में एक मुस्लिम परिवार ने पूर्वी चंपारण जिले के कैथवालिया इलाके में दुनिया के सबसे बड़े और सबसे ऊंचे ‘विराट रामायण मंदिर’ के निर्माण के लिए 2.5 करोड़ रुपये की जमीन दान की है.

बिजनेसमैन इश्तियाक अहमद खान ने ‘विराट रामायण मंदिर’ के लिए जमीन दान की है. इश्तियाक अहमद खान ने कहा, ‘अधिकांश जमीन (गांव में) हमारे परिवार के पास है. मुझे लगता है कि मंदिर के निर्माण के लिए कुछ करना मेरी जिम्मेदारी है. यह हमारे परिवार की परंपरा है.’

खान ने अपने परिवार के सदस्यों के साथ केशरिया उप-मंडल, पूर्वी चंपारण के रजिस्ट्रार कार्यालय में बुधवार को मंदिर को 23 कट्ठा भूमि दान की. मौजूदा बाजार भाव के मुताबिक जमीन की कीमत 2.5 करोड़ रुपये से ज्यादा आंकी गई है.

पटना स्थित ‘महावीर मंदिर ट्रस्ट’ के प्रमुख आचार्य किशोर कुणाल ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि भूमि दान करने वाले इश्तियाक अहमद खान पूर्वी चंपारण के एक व्यापारी हैं, जिनका गुवाहाटी में व्यवसाय है.

अतीत में भी, खान और उनके परिवार ने मंदिर परियोजना के लिए मदद देने के विचार के लिए खुला है. खान ने मुख्य सड़क पर रियायती दर पर जमीन भी दी. उनसे प्रेरित होकर, गांव के अन्य लोगों ने भी जमीन देना शुरू कर दिया. अब तक विराट रामायण मंदिर के लिए 100 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया जा चुका है.’

उन्होंने कहा कि खान और उनका परिवार सामाजिक समरसता का एक बेहतरीन उदाहरण है. उन्होंने कहा, “म’सलमानों की मदद के बिना इस ड्रीम प्रोजेक्ट को साकार करना मुश्किल होता.’

उन्होंने आगे कहा कि कुल 125 एकड़ जमीन पर एक विशाल रामायण मंदिर बनाया जाएगा, जो दुनिया के सबसे ऊंचे और सबसे बड़े मंदिरों में से एक है.

उन्होंने कहा, ‘विराट रामायण मंदिर’ का संरचनात्मक डिजाइन ऐसा होगा कि यह 250 से अधिक वर्षों तक टिकाऊ रहेगा. मंदिर के निर्माण के लिए नए संसद भवन के निर्माण में लगे तकनीकी विशेषज्ञों और कुशल कारीगरों की सेवाएं ली जा रही हैं.

कुणाल ने कहा कि ट्रस्ट जल्द ही नई दिल्ली में नए संसद भवन के निर्माण में लगे विशेषज्ञों से सलाह लेगा.

उन्होंने कहा कि ‘विराट रामायण मंदिर’ की ऊंचाई 270 फीट होगी, जो दुनिया में सबसे ज्यादा है जबकि इसकी लंबाई 1080 फीट और चौड़ाई 540 फीट है. उन्होंने कहा, ‘विराट रामायण मंदिर परिसर के तीन तरफ सड़क होगी. अयोध्या से जनकपुर तक बन रही राम-जानकी सड़क इलाके से होकर गुजरेगी. इसी मार्ग पर भगवा बौद्ध स्तूप भी स्थित है.’

आचार्य कुणाल ने कहा कि मंदिर देवकी नदी के तट पर बन रहा है, जहां माना जाता है कि भगवान राम जनकपुर से अयोध्या लौटते समय रात भर रुके थे.


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