बागेश्वर: मध्य प्रदेश के नये ‘चमत्कारी’ बाबा धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री, गले में माला के साथ हनुमान का लॉकेट पहनें, लंबे लाल-और-काले वस्त्रों में, एक ऊंचे मंच पर बैठे हैं. और जीवन के बारे में भविष्यवाणियां करते हैं. उनके हजारों अनुयायी है जब उन्हें दरबार के अंदर जगह नहीं मिलती, तो वे शास्त्री की एक झलक पाने की उम्मीद में खिड़कियों से झांकने से लेकर दीवारों तक पर चढ़े जा रहे हैं.
हाल ही में, तर्कवादी श्याम मानव ने शास्त्री को मंच पर अपना चमत्कार दिखाने की चुनौती दी थी. उन्होंने अपनी इच्छा से भीड़ में से कोई भी दस आदमी चुनने को कहा ताकि शास्त्री उनके पिता का सही नाम बता सकें और उनके घर का पता बता सकें. जैसा कि उन्होंने दावा किया है कि वह बाला जी की मदद से ऐसा कर सकते हैं. लेकिन शास्त्री ने अपना चमत्कार दिखाए बिना ही नागपुर छोड़ दिया.
हालांकि, उनके अनुयायियों ने शास्त्री के आसपास के विवादों की परवाह नहीं की और उनके लिए वह भगवान हनुमान के अवतार हैं.
भोपाल से खजुराहो जाने वाली ट्रेन बागेश्वर धाम में रुकती है जहां कोई स्टेशन नहीं है. लेकिन उनके अनुयायी ट्रेन की जंजीर खींचते हैं और भगदड़ जैसी भीड़ में हजारों की संख्या में बाहर निकलते हैं. ताकि वे बालाजी मंदिर तक पहुंच सकें और मध्य प्रदेश के नये ‘चमत्कारी’ बाबा आचार्य धीरेंद्र शास्त्री के साथ बैठक बुक कर सकें.
यह भी पढ़ें: गणतंत्र दिवस के मौके पर PM मोदी और राष्ट्रपति मुर्मू ने किया मुख्य अतिथि सिसी का स्वागत, तस्वीरों में देखें