नई दिल्ली: भीम आर्मी प्रमुख चन्द्रशेखर आज़ाद का आरोप है कि तिहाड़ जेल प्रशासन ने उन्हें वाल्मिकी जयंती नहीं मनाने दी. चन्द्रशेखर ने अपने साथियों के जरिए यह संदेश सोशल मीडिया पर पोस्ट करवाया है. उन्होंने दिल्ली की केजरीवाल सरकार को भी घेरा और मदद मांगी है.
तिहाड़ जेल में वाल्मीकि जयंती न मनाने देना संविधान में दिए मौलिक अधिकारों का हनन है जो कि पूरी तरह गलत है जबकि दुखद बात ये है कि दिल्ली सरकार में जेल मंत्री @SatyendarJain और बहुजन मुद्दों पर मुखर आवाज उठाने वाले दिल्ली सरकार में मंत्री @AdvRajendraPal जी चुप है। जय वाल्मीकि
— कुश अम्बेडकरवादी (@Kush_voice) October 13, 2019
इन्हीं आरोपों और सवालों के साथ दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को ट्विटर पर टैग करते हुए उन्होंने वाल्मिकी जयंती मनाए जाने की अनुमति दिलवाने की जल्दी व्यवस्था करवाने की अपील भी की है. दिप्रिंट से बातचीत में चंद्रशेखर के मीडिया प्रभारी कुश ने बताया कि तिहाड़ में करीब 500 लोग भूखे बैठे हैं और अगर जयंती मानने की अनुमति नहीं दी जाती, तो ये लोग सीएम आवास का घेराव करेंगे.
हालांकि, दिप्रिंट से बातचीत में दिल्ली के समाज कल्याण मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने कहा, ‘हमें मामले की जानकारी है. दिल्ली के गृहमंत्री सत्येंद्र जैन ने मामले का संज्ञान लिया है और वो तिहाड़ प्रशासन से बात कर रहे हैं. संविधान हर किसी को धार्मिक आज़ादी देता है और इन लोगों को भी वाल्मिकी जयंती मनाने से नहीं रोका जाएगा.’
इसके पहले चंद्रशेखर के ट्विटर हैंडल से किए गए ट्वीट में लिखा गया है, ‘तिहाड़ जेल की व्यवस्थाएं दिल्ली सरकार के अंतर्गत आती है और यहां हमें वाल्मीकि जयंती मनाने से रोका जा रहा है. जेल में हमारे सभी लोग सुबह से भूखे है. बिना जयंती मनायें खाना नहीं खाएंगे. केजरीवाल जी जल्दी व्यवस्था कराएं वरना दिल्ली भीम आर्मी आपका घर घेरने आ रही है.’ इस ट्वीट में दिल्ली के सीएम को टैग भी किया गया है.
तिहाड़ जेल की व्यवस्थाएं दिल्ली सरकार के अंतर्गत आती है और यहां हमें वाल्मीकि जयंती मनाने से रोका जा रहा है जेल में हमारे सभी लोग सुबह से भूखे है बिना जयंती मनायें खाना नही खाएंगे। केजरीवाल जी जल्दी व्यवस्था कराये वरना दिल्ली भीम आर्मी आपका घर घेरने आ रही है। @ArvindKejriwal
— Chandra Shekhar Aazad (@BhimArmyChief) October 13, 2019
वाल्मिकी जयंती नहीं मनाने दिए जाने का आरोप लगाकर ये पूछा गया है कि जब होली, दीवाली मनाई जा सकती है, तो उनके साथ ही भेदभाव क्यों हो रहा है. दिल्ली सरकार को घेरते हुए सूबे के सीएम से सवाल किया गया है कि क्या केजरीवाल सरकार महर्षि वाल्मीकि को नहीं मानती?
वाल्मिकी जयंती मनाने को लेकर अपील करते हुए कहा गया है, ‘माननीय मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी मानव के मौलिका अधिकारों का हनन न करें. आपसे हमें आशा है कि आप भीम आर्मी चीफ चन्द्रशेखर आज़ाद जी को जेल में अन्य त्यौहारों की तरह हमारे पूर्वज महाकाव्य #रामायण रचियता #महर्षि_वाल्मीकि जी की जयंती मनाने दी जाये!’
आपको बता दें कि अगस्त महीने में दिल्ली के तुगलकाबाद में स्थित संत रविदास के मंदिर को दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) ने गिरा दिया था. दलितों की अस्था के प्रतीक माने जाने वाले इस मंदिर को सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर गिराया गया था. मंदिर वहीं बनाए जाने की मांग को लेकर दिल्ली में हुए एक प्रदर्शन के बाद चंद्रशेखर समेत 94 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया था और वो तभी से तिहाड़ में बंद हैं.