नई दिल्ली : दिल्ली के तुगलकाबाद स्थित संत गुरु रविदास का मंदिर तोड़े जाने का मामला गहराता जा रहा है. इसके विरोध में समाज के लोग और भीम आर्मी अब सड़क पर उतर कर विरोध प्रदर्शन करेगा. बुधवार को देशभर से आए समाज के लोग बाबा साहब अंबेडकर भवन से लेकर जतंर मंतर तक मार्च निकालेंगे. वहीं सरकार से मंदिर के फिर से निर्माण की मांग की जाएगी. समाज के संतों का कहना है कि जब तक सरकार हमारी मांग नहीं मान लेती हमारा प्रदर्शन जारी रहेगा.
प्रेस क्लब में मंगलवार को आयोजित प्रेसवार्ता में अखिल भारतीय संत रविदास समाज के प्रमुख सुखदेव वाघमारे ने कहा कि तुगलकाबाद स्थित मंदिर वर्षों पुराना है. यहां पर संत रविदास ने तीन दिन तक समाज के लोगों को ज्ञान और उपदेश दिया था. उनके जाने के बाद समाज के अनुयायियों ने उस जगह को संभाला. समाज के लोग इतने मजबूत नहीं थे इसलिए मंदिर का इतना विकास नहीं हो पाया है. मंदिर की जो कमेटी थी उसमें बहुत कम सदस्य थे. वे कानून व्यवस्था को इतना नहीं समझते थे. सरकार और डीडीए में मामला जाने के बााद उन्हें कोर्ट तक में इसकी लड़ाई भी लड़ी.
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उन्होंने कहा आज देश और दुनिया में संत रविदास के 25 करोड़ अनुयायी हैं. मंदिर के टूटने से सभी को बहुत ठेस पहुंची है. आज सभी जगह इसकी चर्चा हो रही है. मंदिर के टूटने के बाद समाज के सभी लोगों ने तय किया है कि इसको बनाने के लिए सरकार से मांग की जाएगी. इसमें में कई संगठन सहयोग कर रहे हैं. सरकार जब तक हमारी मांगें नहीं मानती तब तक हमारा प्रदर्शन जारी रहेगा.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि समाज के लोग 21 को दिल्ली में आंदोलन करेंगे. इसको को लेकर पूरे समाज में आक्रोश बना हुआ है. समाज के लोग शांति से अपना आंदोलन करेंगे. बड़े पैमाने से दलित समाज के लोग इसमें हिस्सा लेंगे. जब तक मांगें पूरी नहीं होगी आंदोलन जारी रहेगा.
खुले मंच पर आकर बहस करें संघ प्रमुख: आजाद
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के आरक्षण के बयान का विरोध करते हुए आजाद ने कहा कि संघ प्रमुख खुले मंच पर आकर इस पर बहस करें. उन्होंने कहा कि आरक्षण खात्मे की बात करने से संघ की दलित विरोधी मानसिकता उजागर होती है. आज सरकार संसद में बहुमत में है. हम सड़क पर बहुमत में हैं. सरकार हमारे किसी भी अधिकार को छीनने का प्रयास करेगी तो ईट से ईट बजा देंगे. हमारा समाज पूरी तरह से तैयार है.