कानपुर: उन्नाव पीड़िता से मिलने जा रहे भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद को पुलिस ने पीड़िता से मिलने से रोका जिसके बाद वह अपने समर्थकों के साथ धरने पर बैठ गये.
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि आजाद और उनके समर्थकों को गंगा बैराज पर रोका गया. सोमवार को वह अपने समर्थकों के साथ उन्नाव पीड़िता से मिलने सर्वोदय नगर स्थित एक निजी अस्पताल जा रहे थे.
कानपुर परिक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक मोहित अग्रवाल ने बताया कि भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर और उनके समर्थकों को गंगा बैराज पर रोका गया जब वे काकादेव के एक निजी अस्पताल में लड़की से मिलने के लिए जा रहे थे.
उन्होंने बताया कि आजाद और उनके समर्थकों को लड़की से मिलने की इजाजत नहीं दी गई क्योंकि अस्पताल में भीड़भाड़ से संक्रमण हो सकता है और पीड़िता के लिए गंभीर खतरा हो सकता है.
अस्पताल जाने की इजाजत न मिलने से नाराज आजाद और उनके समर्थक धरने पर बैठ गये, बाद में उन्होंने मजिस्ट्रेट को ज्ञापन दिया और वहां से चले गये.
भीम आर्मी प्रमुख ने लड़की को नई दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में भर्ती किये जाने तथा मामले की सीबीआई जांच की मांग की.
पत्रकारों से बातचीत करते हुये आजाद ने कहा कि जिस तरह से प्रशासन ने उन्हें रोकने के लिए पुलिस की तैनाती की, उसी तरह की व्यवस्था अपराधियों को रोकने के लिए की जानी चाहिए ताकि राज्य में अपराध दर में कमी आ सके.
गौरतलब है कि उन्नाव के असोहा थाना इलाके के एक गांव में बुधवार शाम खेतों पर गयीं तीन दलित किशोरियां अचेत पाईं गईं थीं, इन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया था, जहां चिकित्सकों ने दो लड़कियों को मृत घोषित कर दिया, जबकि तीसरी की हालत गंभीर देखकर उसे उन्नाव के अस्पताल ले जाया गया और बाद में कानपुर रेफर कर दिया गया. तीसरी किशोरी की हालत अब स्थिर बतायी जाती है. इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है.
यह भी पढ़ें: उन्नाव केस में पुलिस ने 2 को किया गिरफ्तार, एक तरफा प्रेम में विनय ने रची थी ‘जहर’ दे कर मारने की साजिश