जयपुर: लंदन के प्रतिष्ठित हाउस ऑफ कॉमन्स में आयोजित 12वें ‘भारत गौरव अवार्ड’ समारोह में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदर्शी और प्रभावी विदेश नीति ने भारत को वैश्विक मंच पर नई पहचान दिलाई है. उनकी कुशल कूटनीति से भारत आज दुनिया के सबसे सम्मानित देशों में शामिल है. मुख्यमंत्री ने कहा कि देश की प्रतिभाओं ने भी अपने कार्यों से भारत की ताकत को दुनिया के सामने प्रस्तुत किया है.
मुख्यमंत्री शर्मा ने देर रात मुख्यमंत्री निवास से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समारोह को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि यह आयोजन सिर्फ सम्मान का मंच नहीं, बल्कि भारत और यूनाइटेड किंगडम के सौहार्दपूर्ण संबंधों का प्रतीक भी है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि समृद्ध संस्कृति, आतिथ्य और इतिहास के लिए प्रसिद्ध राजस्थान आज “राइजिंग राजस्थान” पहल के तहत तेज़ी से प्रगति कर रहा है. 35 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्तावों ने राज्य में रोज़गार और विकास की नई संभावनाएं खोली हैं. उन्होंने कहा कि बीते डेढ़ साल में राजस्थान ने निवेश, नवाचार और समावेशी विकास के क्षेत्र में बड़ी उपलब्धियां हासिल की हैं.
शर्मा ने कहा कि राजस्थान खनन, पर्यटन और उद्योग के क्षेत्रों में तेज़ी से आगे बढ़ रहा है. शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी बेहतरीन कार्य हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि राजस्थान की हवेलियां, किले, महलों और ऐतिहासिक धरोहरों को देखने दुनियाभर से पर्यटक आते हैं. साथ ही धार्मिक स्थलों, अभयारण्यों और रेगिस्तानी क्षेत्रों में भी पर्यटन का विस्तार हो रहा है. उन्होंने प्रवासी भारतीयों से अपील की कि वे राजस्थान में आकर निवेश करें और विकास यात्रा का हिस्सा बनें.
मुख्यमंत्री ने समारोह में सम्मानित देश-विदेश के 25 प्रतिभागियों को बधाई दी और कहा कि भारत गौरव अवार्ड समारोह भारत की असीम संभावनाओं, एकता और वैश्विक मंच पर बढ़ती ताकत का प्रतीक है. इस समारोह में विभिन्न क्षेत्रों की प्रतिभाओं को सम्मानित किया गया. प्रतिभाओं को प्रशस्ति पत्र, स्मृति चिन्ह और दुपट्टा ओढ़ाकर सम्मानित किया गया.
समारोह में दुनिया के 18 देशों से प्रतिनिधियों ने भाग लिया. प्रमुख उपस्थितजनों में लंदन के सांसद नवेंदु मिश्रा, यूके की पूर्व मंत्री व हाउस ऑफ लॉर्ड्स की सदस्य बैरोनेस संदीप वर्मा, हाउस ऑफ लॉर्ड्स के सदस्य रामी रेंजर, लंदन के पूर्व मेयर सुनील चोपड़ा, पूर्व सांसद वीरेंद्र शर्मा, प्रयाग महाकुंभ के सलाहकार राकेश के. शुक्ला, संस्कृति युवा संस्था के अध्यक्ष पंडित सुरेश मिश्रा और अन्य गणमान्यजन शामिल रहे.