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Friday, 22 November, 2024
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G20 की अध्यक्षता होने के कारण भारत के पास ‘जलवायु परिवर्तन’ जैसे मुद्दों को उठाने का अच्छा मौका

एशियन लाइट इंटरनेशनल की एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत के पास जी20 की अध्यक्षता होने के कारण जलवायु परिवर्तन जैसे मुद्दों पर काम करने का अच्छा मौका है.

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नई दिल्ली: एशियन लाइट इंटरनेशनल की रिपोर्ट के अनुसार, भारत के पास जलवायु परिवर्तन का समाधान ढूंढने और इस जटिल मुद्दे को लेकर एक अंतराष्ट्रीय सहमति का बड़ा अवसर है, क्योंकि देश इस साल जी20 शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता कर रहा है. रिपोर्ट में कहा गया है कि हालांकि भारत इसपर काम कर रहा है क्योंकि देश ने अपनी अध्यक्षता में जलवायु परिवर्तन को एक प्रमुख एजेंडा के रूप में आगे बढ़ाया है. 

पिछले साल आयोजित वार्षिक जलवायु शमन शिखर सम्मेलन से पहले, भारत ने कहा था कि वह जलवायु परिवर्तन को रोकने के लिए कठोर कदम उठाएगा. साथ ही भारत ने इसके लिए विकसित देशों को विकासशील देशों की मदद करने की वकालत की थी. 

जलवायु परिवर्तन से जुड़े मुद्दे और उसका संभावित समाधान खोजना भारत की अध्यक्षता में चल रही जी20 बैठकों के केंद्र में है. हाल ही में दुनिया के कई देश के नेताओं ने बेंगलुरु में ‘शहरों में मुख्यधारा की जलवायु कार्रवाई’ पर चर्चा के लिए एक बैठक की थी. 

एशियन लाइट इंटरनेशनल ने बताया कि इसमें जलवायु परिवर्तन से जुड़े छह क्षेत्रों में से तीन- जलवायु फाइनेंस में तेजी लाना, जल सुरक्षा सुनिश्चित करना और पर्यावरण को प्रोत्साहित करना, जैसे विषयों पर व्यापक चर्चा की गई.

इस सम्मेलन का आयोजन C40 सिटीज क्लाइमेट लीडरशिप ग्रुप ने आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय के साथ मिलकर किया था.

एशियन लाइट इंटरनेशनल के अनुसार, इस सम्मेलन की प्रमुख बातें U20 विज्ञप्ति में सहायता करेगी जो इस साल के अंत में G20 वार्ताकारों के सामने प्रस्तुत की जाएंगी.

रिपोर्ट के अनुसार भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा था कि भारत की जी20 प्राथमिकताओं में जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए अगले दशक की कार्रवाइयों के रोडमैप के साथ एक ‘हरित विकास समझौता’ तैयार किया जा रहा है. 

उन्होंने पहले कहा था, ‘हम जी20 नेताओं के हरित विकास समझौते पर आम सहमति बनाने के लिए बात करेंगे, जो अगले दशक के लिए पूरे विश्व में हरित विकास को सशक्त बनाने के लिए मजबूत कार्रवाइयों का खाका होगा.’


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