नयी दिल्ली, 19 अप्रैल (भाषा) निर्वाचन आयोग ने पहली बार विधानसभा चुनाव से पहले बिहार में 10 मान्यता प्राप्त दलों के 280 जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं के एक समूह को प्रशिक्षित किया है।
प्रशिक्षित किए गए लोग बूथ-स्तरीय एजेंट होते हैं जिन्हें राजनीतिक दलों द्वारा उनकी गतिविधियों के प्रबंधन के लिए नियुक्त किया जाता है। ये एजेंट मतदाता सूची तैयार करने या उसका अद्यतन करने के समय निर्वाचन आयोग द्वारा नियुक्त बूथ-स्तरीय अधिकारियों के साथ समन्वय करते हैं।
दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में बूथ स्तरीय एजेंटों (बीएलए-1) के पहले बैच को चुनाव प्रक्रिया के दौरान उनकी भूमिकाओं और जिम्मेदारियों के बारे में जागरूक किया गया। उन्हें अंतिम मतदाता सूची पर आपत्ति होने पर प्रथम और द्वितीय अपील के प्रावधान के बारे में भी बताया गया।
बीएलए-1 त्रुटिरहित मतदाता सूची सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं तथा चुनाव प्रक्रिया के अन्य प्रमुख पहलुओं में भी शामिल होते हैं।
इस कार्यक्रम ने बूथ स्तर के एजेंटों को अपनी शंकाओं को स्पष्ट करने और चुनाव के दौरान अपनी भूमिका निभाने के लिए बेहतर ढंग से तैयार होने के लिए एक मंच प्रदान किया।
पार्टी लाइन से ऊपर उठकर प्रशिक्षित बूथ-स्तरीय एजेंटों ने कार्यक्रम का स्वागत किया और कहा कि इससे उन्हें बीएलए-2 को प्रशिक्षित करने में और अधिक सशक्तता मिलेगी, जो राजनीतिक दलों के बूथ-स्तरीय कार्यों का संचालन करेंगे।
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देवेंद्र वैभव
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