नयी दिल्ली, 25 जनवरी (भाषा) केंद्रीय गृह मंत्रालय ने अस्वस्थ चल रहे बुद्धदेव भट्टाचार्य को पद्म भूषण देने के सरकार के फैसले के बारे में उनके नाम की घोषणा से पहले उनकी पत्नी को सूचित किया था और उनके परिवार से किसी ने भी इस पर आपत्ति नहीं जतायी। यह जानकारी आधिकारिक सूत्रों ने मंगलवार रात को दी।
पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री और माकपा के वरिष्ठ नेता द्वारा यह घोषणा किये जाने के बाद कि उन्होंने नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा उन्हें देश का तीसरा सर्वोच्च नागरिक सम्मान देने के फैसले को खारिज कर दिया है, आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि गृह मंत्रालय के एक शीर्ष अधिकारी ने मंगलवार सुबह भट्टाचार्य के घर पर फोन किया था।
सूत्रों ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री की पत्नी ने फोन उठाया क्योंकि माकपा नेता अस्वस्थ हैं और उन्हें इस साल पद्म पुरस्कार विजेताओं में से एक के रूप में चुने जाने के केंद्र सरकार के फैसले से अवगत कराया गया था। भट्टाचार्य की पत्नी ने शीर्ष अधिकारी से कहा कि वह उन्हें इस बारे में सूचित करेंगी। भट्टाचार्य के परिवार से किसी ने भी पद्म पुरस्कार स्वीकार करने की अनिच्छा के बारे में गृह मंत्रालय को सूचित नहीं किया।
सूत्रों ने कहा कि गृह मंत्रालय पुरस्कार विजेताओं के नामों की घोषणा करने से पहले हमेशा संभावितों को पद्म पुरस्कार देने के फैसले के बारे में बताता है। सूत्रों ने कहा कि अगर कोई आपत्ति जताता है तो उनका नाम घोषित नहीं किया जाता है।
उन्होंने कहा कि चूंकि भट्टाचार्य के परिवार से किसी ने भी दिन भर गृह मंत्रालय से सम्पर्क नहीं किया, इसलिए देर शाम उनके नाम की घोषणा पद्म पुरस्कार विजेताओं में से एक के रूप में की गई।
पूर्व मुख्यमंत्री ने एक बयान में कहा, ‘‘मैं इस पुरस्कार के बारे में कुछ नहीं जानता। किसी ने मुझे इसके बारे में कुछ नहीं बताया। अगर उन्होंने मुझे पद्म भूषण देने का फैसला किया है, तो मैं इसे स्वीकार करने से इनकार करता हूं।’’
भाषा अमित अविनाश
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