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Sunday, 28 April, 2024
होमदेश'कोई नहीं है टक्कर में, कहां पड़े हो चक्कर में', CWG से पहले PM मोदी ने भारतीय एथलीट्ल में भरा जोश

‘कोई नहीं है टक्कर में, कहां पड़े हो चक्कर में’, CWG से पहले PM मोदी ने भारतीय एथलीट्ल में भरा जोश

कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए जा रहे खिलाड़ियों की हौसलाअफजाई करते हुए पीएम ने कहा, आप सिर्फ खेलों पर ही नहीं, बल्कि वैश्विक मंचों पर न्यू इंडिया का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. आप जैसे खिलाड़ी ये साबित कर रहे हैं कि भारत का कोना-कोना खेल प्रतिभाओं से भरा है.

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नई दिल्ली: बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में भाग लेने जा रहे भारतीय खिलाड़ियों का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जमकर हौंसला बढ़ाया. पीएम ने कहा ‘जिद’ को नहीं बदलना है और लक्ष्य ‘तिरंगे को लहराता हुआ देखना और राष्ट्रगान की धुन को बजते हुए सुनने को रखना है.’

पीएम ने कहा ‘कोई नहीं है टक्कर में, कहां पड़े हो चक्कर में’, इसी एटीट्यूड को लेकर आपने खेलना है. यही नहीं पीएम ने खिलाड़ियों की हौसलाअफजाई करते हुए कहा बिना किसी तनाव के जमकर खेलने का आग्रह किया और कहा आजादी के 75वें वर्ष में श्रेष्ठ प्रदर्शन का तोहफा देश को देने के इरादे से खेलें .

बर्मिघम में 28 जुलाई से आठ अगस्त तक होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों में भाग लेने जा रहे खिलाड़ियों से प्रधानमंत्री मोदी ने करीब 45 मिनट वर्चुअल बातचीत करके उनका हौसला बढाया. इससे पहले उन्होंने पिछले साल टोक्यो ओलंपिक और पैरालम्पिक खिलाड़ियों से भी बात की थी .


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‘जमकर खेलें और तनाव के बिना खेलें ‘

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा,‘जो खिलाड़ी पहली बार इन खेलों में भाग ले रहे हैं, उनसे मैं यही कहूंगा कि जी भरकर खेलें, जमकर खेलें और बिना किसी तनाव के खेलें . एक पुरानी कहावत है कि कोई नहीं है टक्कर में, कहां पड़े हो चक्कर में .इन्हीं तेवरों के साथ खेलें .’

उन्होंने कहा,‘ मैदान बदला है, माहौल बदला होगा लेकिन आपका मिजाज नहीं बदला है . आपकी जिद नहीं बदली है . लक्ष्य वही है कि तिरंगे को लहराता देखना है . राष्ट्रगान की धुन को बजते सुनना है और इसलिये दबाव नहीं लेना है . अच्छे और दमदार खेल से अपना प्रभाव छोड़कर आना है .’

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उन्होंने आगे कहा ,‘ आप लोग ऐसे समय में राष्ट्रमंडल खेलों में भाग लेने जा रहे हैं जब देश आजादी का 75वां वर्ष मना रहा है . इसी अवसर पर आप श्रेष्ठ प्रदर्शन का तोहफा देश को देंगे, इस लक्ष्य के साथ जब मैदान में उतरेंगे तो सामने कौन है, इस बात से फर्क नहीं पड़ेगा .’

पीएम लगातार खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाते रहे और उन्होंने कहा, ‘मुझे विश्वास है कि आप कॉमनवेल्थ गेम्स में जबरदस्त छाप छोड़ेंगे. जी भर के खेलिएगा, जमकर खेलिएगा, पूरी ताकत से खेलिएगा और बिना किसी टेंशन के खेलिएगा.’

‘कोई नहीं है टक्कर में, कहां पड़े हो चक्कर में’, इसी एटीट्यूड को लेकर आपने खेलना है.’

पीएम ने कहा, ‘आप सिर्फ खेलों पर ही नहीं, बल्कि वैश्विक मंचों पर न्यू इंडिया का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. आप जैसे खिलाड़ी ये साबित कर रहे हैं कि भारत का कोना-कोना खेल प्रतिभाओं से भरा है.’

बातचीत के दौरान पीएम ने खिलाड़ियों से यह भी कहा कि आपको प्रेरणा के लिए बाहर देखने की जरूरत नहीं पड़ेगी, अपनी टीम के खिलाड़ियों को जब आप देखेंगे तो आपका जज्बा कई गुना बढ़ जाएगा.

आज आप सभी नए शिखर चढ़ रहे हैं, नए शिखर गढ़ रहे हैं. आपमें से अनेक साथी लगातार अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में नए सराहनीय प्रदर्शन कर रहे हैं.

आपका ये अभूतपूर्व आत्मविश्वास, आज पूरा देश महसूस कर रहा है.

पीएम ने खिलाड़ियों से वादा करते हुए कहा कि मैं आप लोगों से ये वादा करता हूं कि जब आप लौटेंगे तो हम मिलकर आपकी विजय का उत्सव जरूर मनाएंगे. आज का ये समय भारतीय खेलों के इतिहास का एक तरह से सबसे महत्वपूर्ण कालखंड है.

आज खिलाड़ियों का हौसला भी बुलंद है,ट्रेनिंग भी बेहतर हो रही है और खेल के प्रति देश में माहौल भी जबरदस्त है.

प्रधानमंत्री ने इस मौके पर स्टीपलचेस खिलाड़ी अविनाश साबले, भारोत्तोलक अचिंत शिउले, बैडमिंटन खिलाड़ी त्रिसा जॉली, हॉकी खिलाड़ी सलीमा टेटे , पैरा एथलीट शर्मिला और साइकिलिस्ट डेविड बैकहम से बात करके उनके अनुभवों को सुना .

इस बार आप सभी खिलाड़ी, आपके कोच, उत्साह से, जोश से भरे हैं. जिनके पास पहले से कॉमनवेल्थ गेम में खेलने का अनुभव है, उनको खुद को दोबारा आजमाने का मौका है.

जो 65 से ज्यादा एथलीट पहली बार इस टूर्नामेंट में हिस्सा ले रहे हैं, मुझे विश्वास है कि वो भी अपनी जबरदस्त छाप छोड़ेंगे.


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