बरेली (उप्र), दो अक्टूबर (भाषा) दशहरा उत्सव के मद्देनजर बरेली मंडल के चार जिलों में कड़े सुरक्षा बंदोबस्त किये गये हैं और संवेदनशील इलाकों में पुलिस, पीएसी और आरएएफ के जवानों को तैनात किया गया है। साथ ही ड्रोन के जरिये निगरानी की जा रही है।
यह कदम पिछली 26 सितंबर को बरेली में पुलिस और भीड़ के बीच हुई हिंसक झड़पों के बाद उठाया गया है। गत शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद कोतवाली क्षेत्र की एक मस्जिद के बाहर दो हजार से ज्यादा लोगों की भीड़ जमा हो गई थी। इस दौरान हुए पथराव और लाठीचार्ज में कुछ पुलिसकर्मियों समेत कई लोग घायल हो गये थे। यह हिंसा इत्तेहाद—ए—मिल्लत काउंसिल के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा खां द्वारा ‘आई लव मुहम्मद’ पोस्टर विवाद को लेकर प्रस्तावित विरोध प्रदर्शन को रद्द किये जाने के बाद शुरू हुई।
मंडलायुक्त भूपेंद्र एस. चौधरी ने बताया कि बरेली में हाल में हुई हिंसा के बाद आज दशहरे के त्यौहार के मद्देनजर बरेली, शाहजहांपुर, पीलीभीत और बदायूं जिलों के लिए हाई अलर्ट जारी किया गया है।
पुलिस अधिकारियों को भीड़भाड़ वाले कार्यक्रमों रामलीला, दुर्गा पूजा मेलों और रावण दहन कार्यक्रमों के दौरान सतर्क रहने के विशेष निर्देश दिए गए हैं। विजयादशमी और उससे जुड़े त्योहारों के शांतिपूर्ण आयोजन को सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन कड़ी निगरानी रख रहा है।
चौधरी ने अधिकारियों को शरारती तत्वों से सख्ती से निपटने के निर्देश दिए और कर्तव्य में किसी भी तरह की लापरवाही बरतने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी।
उन्होंने कहा, ”सभी जिलाधिकारी, उप जिलाधिकारी, पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी अपनी जिम्मेदारियों का गंभीरता से निर्वहन करें। किसी भी तरह की चूक पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”
अधिकारियों ने बताया कि खुफिया एजेंसियों को भी अलर्ट पर रखा गया है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ”संवेदनशील स्थानों पर सशस्त्र पुलिस बल तैनात किये जा रहे हैं। हम पूरी तरह से पुख्ता व्यवस्था सुनिश्चित कर रहे हैं ताकि बरेली में हुई घटना जैसी कोई वारदात पड़ोसी जिलों में ना हो। निगरानी के लिए ड्रोन तैनात किये गये हैं।”
बरेली में पिछली 26 सितंबर को हुई हिंसा के सिलसिले में बुधवार तक 81 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
भाषा सं. सलीम
मनीषा
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