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Friday, 15 November, 2024
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बापूजी ने कोविड-19 के दौरान ऑनलाइन अध्यापक के अनुकूल स्वयं को ढाल लिया था: दुर्गा जसरात

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नयी दिल्ली, एक फरवरी (भाषा) प्रसिद्ध शास्त्रीय गायक दिवंगत पंडित जसराज की पुत्री दुर्गा जसराज ने कहा कि उनके पिता ने आधुनिक तकनीक के अनुकूल स्वयं को आसानी से ढाल लिया था।

दुर्गा जसराज हाल में शुरू किए गए ‘पंडित जसराज सांस्कृतिक प्रतिष्ठान’ के जरिए अपने पिता की विरासत को आगे ले जाना चाहती हैं। प्रधानमंत्री ने गत शुक्रवार को पंडित जसराज की 92वीं जयंती के अवसर पर इस प्रतिष्ठान की शुरुआत की थी।

दुर्गा प्रतिष्ठान के सह-संस्थापक के तौर पर ‘‘पारंपरिक संगीत के संरक्षण और प्रचार, कलाकारों के कल्याण, उनकी प्रशिक्षण और स्थायी आजीविका के लिए’’ काम करना चाहती हैं।

उल्लेखनीय है कि पंडित जसराज का 2020 में न्यूजर्सी स्थित उनके आवास पर दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था। वह 90 वर्ष के थे।

दुर्गा ने ‘पीटीआई-भाषा’ को दिए गए साक्षात्कार में कहा कि भारतीय शास्त्रीय रागों को सिखाने के लिए पंडित जसराज दुनियाभर में अपने छात्रों के लिए श्रद्धेय थे और उन्होंने संगीत की शिक्षा देने के लिए स्काइप, फेसटाइम और व्हाट्सऐप जैसे माध्यमों का काफी इस्तेमाल किया था। उन्होंने कहा कि प्रौद्योगिकी की जानकारी रखने वाले उनके पिता को कोविड-19 वैश्विक महामारी के शुरुआती महीनों में ऑनलाइन माध्यम से पढ़ाने में कोई दिक्कत नहीं हुई।

दुर्गा ने कहा, ‘‘बापूजी कभी भी प्रौद्योगिकी के विरोधी नहीं रहे। उन्होंने प्रौद्योगिकी को अपने संगीत के लिए गति-रोधक नहीं, बल्कि सहायक समझा। अक्सर यात्राएं करने के कारण वह करीब 20 साल से स्काइप के जरिए संगीत की शिक्षा दे रहे थे, इसलिए कोविड-19 के दौरान वह ऑनलाइन शिक्षण के अनुरूप आसानी से ढल गए।’’

उन्होंने कहा कि एक बार उनके पिता ने उनसे कहा था, ‘‘अगर माइक्रोफोन नहीं होता, तो राग दरबारी का यह स्वरूप नहीं होगा। आप चिल्ला चिल्ला कर राग दरबारी नहीं गा सकते।’’

पंडित जसराज सांस्कृतिक प्रतिष्ठान के आधिकारिक सलाहकारों में पंडित शिवकुमार शर्मा, पंडित हरिप्रसाद चौरसिया, उस्ताद अमजद अली खान, डॉ. एल सुब्रमण्यम और अनूप जलोटा जैसे दिग्गज शामिल हैं।

दुर्गा ने उम्मीद जताई कि यह प्रतिष्ठान भारत में संगीत समुदाय के लिए मददगार साबित होगा।

भाषा सिम्मी मनीषा

मनीषा

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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