(तस्वीर के साथ)
बेंगलुरू/मंगलुरु, 28 मई (भाषा) कर्नाटक के मंगलुरु जिले में बंटवाल के पास कोलाथमाजालु में 35 वर्षीय व्यक्ति की हत्या के बाद बुधवार को दक्षिण कन्नड़ जिले के कुछ हिस्सों में तनावपूर्ण हालात के बीच मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने पुलिस को मामले की गहन जांच करने और आरोपियों को गिरफ्तार करने के निर्देश दिये।
अब्दुल रहमान और उनके 29-वर्षीय सहकर्मी कलंदर शफी मंगलवार को वाहन से बजरी उतार रहे थे, इसी दौरान मोटरसाइकिल सवार दो युवकों ने तलवार से उन पर हमला कर दिया।
हमले में रहमान की मौत हो गई और शफी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
रहमान की हत्या के मामले को हिंदू कार्यकर्ता सुहास शेट्टी की एक मई को सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील दक्षिण कन्नड़ जिले में हुई हत्या से जोड़कर देखा जा रहा है।
रहमान की हत्या के बाद जिले में सांप्रदायिक तनाव व्याप्त है, हालांकि पुलिस जांच रिपोर्ट अभी तक सामने नहीं आई है।
मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने मंगलवार देर रात बेंगलुरु में संवाददाताओं से कहा, ‘‘मुझे मंगलुरु के बंटवाल में हुई हत्या के बारे में पता चला है। मैंने पुलिस को आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार करने को कहा है।’’
घटना के बाद जिले में तनाव को देखते हुए 30 मई की शाम तक निषेधाज्ञा लागू की गई है और सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।
अधिकारियों ने बताया कि घटना के बाद निजी बसों पर छिटपुट पत्थरबाजी हुई, खासकर सुरथकल में, जहां कम से कम दो वाहन क्षतिग्रस्त हो गए।
अब्दुल रहमान के शव को कोलाथमाजालु स्थित उनके निवास से कब्रिस्तान तक ले जाने के दौरान भारी भीड़ जुटी।
तनावपूर्ण स्थिति के मद्देनजर गुरुपुरा, कैकम्बा, बाजपे और आसपास के इलाकों सहित कई क्षेत्रों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
पुलिस ने बंटवाल ग्रामीण थाने में मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस सूत्रों ने पुष्टि की है कि मामले में दीपक, सुमित और 13 अन्य लोगों को आरोपी बनाया गया है।
कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं और गश्त बढ़ा दी गई है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि उडुपी और चिकमंगलूर से पुलिस बलों को बुलाकर दक्षिण कन्नड़ में तैनात किया गया है।
रहमान की मौत के बाद से व्यापक आक्रोश फैल गया है। सोशल मीडिया पर कई लोगों ने दावा किया है कि यह हत्या हिंदू कार्यकर्ता सुहास शेट्टी की हत्या का बदला लेने के लिए की गई।
समुदाय के नेताओं ने आरोप लगाया है कि रहमान की हत्या पूर्व नियोजित थी और नफरत भरे भाषण से प्रेरित थी।
दोनों पक्षों की ओर से न्याय की मांग तेज होती जा रही है और अधिकारी हाई अलर्ट पर हैं।
जिला अधिकारियों ने नागरिकों से जांच के दौरान शांति बनाए रखने का आग्रह किया है।
दक्षिण कन्नड़ के संवेदनशील क्षेत्रों में भारी पुलिस बल तैनात है, तथा आवाजाही पर नजर रखने और अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए चौकियां स्थापित की गई हैं।
भाषा शफीक सुरेश
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