कोलकाता, आठ नवंबर (भाषा) तृणमूल कांग्रेस के सांसद कल्याण बनर्जी के एक राष्ट्रीयकृत बैंक में निष्क्रिय खाते से इस सप्ताह की शुरुआत में धोखेबाजों द्वारा कथित तौर पर निकाली गई धनराशि को बैंक अधिकारियों द्वारा उनके खाते में वापस जमा करा दिया है। सांसद ने यह जानकारी दी।
इस लेनदेन पर टिप्पणी के लिए बैंक अधिकारियों से संपर्क नहीं किया जा सका।
अपराध की जांच कर रही पुलिस के अनुसार, धोखेबाज अब भी फरार हैं।
बनर्जी ने दावा किया था कि पश्चिम बंगाल के विधायक के रूप में उनके पिछले कार्यकाल से जुड़े उनके निष्क्रिय बैंक खाते से 57 लाख रुपये निकाल लिए गए हैं।
इस संबंध में एक अधिकारी ने बताया कि बैंक अधिकारियों द्वारा कोलकाता पुलिस के साइबर अपराध अनुभाग में औपचारिक शिकायत दर्ज कराए जाने के बाद पुलिस ने इस घटना की जांच शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में अभी किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है।
बनर्जी ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘यह बेहद चौंकाने वाला है… यह खाता तब खोला गया था जब मैं आसनसोल दक्षिण निर्वाचन क्षेत्र से विधायक था और श्रीरामपुर संसदीय क्षेत्र से मेरे सांसद बनने के बाद कई साल तक यह निष्क्रिय रहा।’’
उन्होंने दावा किया, ‘‘मेरी तस्वीर लगाकर और फर्जी आधार एवं पैन कार्ड का इस्तेमाल करके आपराधिक गतिविधि को अंजाम दिया गया।’’
बनर्जी ने आरोप लगाया कि अपराध को अंजाम देने वालों ने खाते में एक फोन नंबर भी जोड़ा तथा सारे ओटीपी और लेन-देन की जानकारी उनके पास पहुंच गई।
उन्होंने सवालिया लहजे में कहा, ‘‘अपराधियों ने मेरे खाते से 57 लाख रुपये निकाल लिए। अगर एक सांसद के साथ ऐसा हो सकता है, तो आम आदमी की क्या हालत होगी? इन लोगों को कैसे पता चला कि मेरे खाते में इतनी बड़ी रकम थी?’’
उन्होंने कहा, ‘बैंक अधिकारियों ने अब मेरे खाते में राशि जमा कर दी है लेकिन मेरी चिंता यह है कि अपराधी अभी तक पकड़े नहीं गए हैं।’
कोलकाता पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि जांच जारी है तथा पुलिस लेन-देन और अन्य सभी विवरणों की जांच कर रही है।
भाषा
राखी माधव
माधव
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