नयी दिल्ली, 21 फरवरी (भाषा) विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने सोमवार को कहा कि बांग्लादेश मजबूत सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए एक प्रेरणास्रोत के तौर पर उभरा है और उसकी प्रगति केवल उसके लोगों के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए समान रूप से हितकारी है।
श्रृंगला ने ‘इंडिया फाउंडेशन’ द्वारा आयोजित 10वें भारत-बांग्लादेश मित्रता संवाद’ में बांग्लादेश के विदेश राज्य मंत्री शहरयार आलम समेत बांग्लादेशी प्रतिनिधिमंडल के साथ बातचीत के दौरान कहा कि भारत-बांग्लादेश सीमा का प्रभावी प्रबंधन आर्थिक संबंधों और लोगों के बीच आपसी संपर्क को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण है।
उन्होंने कहा, ‘‘ हमें लोगों और वस्तुओं का सुचारू आवागमन सुनिश्चित करने की खातिर सीमा संबंधी बुनियादे ढांचे को मजबूत करने के लिए निकटता से मिलकर काम करने की आवश्यकता है। साथ ही हमें यह भी सुनिश्चित करना होगा कि अवैध गतिविधियों पर लगाम कसी रहे।’’
श्रृंगला ने कहा कि पिछला साल दोनों देशों के बीच संबंधों के इतिहास में वास्तव में मील का पत्थर साबित हुआ। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2021 में विजय दिवस, बांग्लादेश की स्वतंत्रता की ऐतिहासिक वर्षगांठ, और बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान की जन्म शताब्दी की ‘त्रिवेणी’ मनाने के लिए बांग्लादेश की यात्रा की।
उन्होंने कहा, ‘‘जब बांग्लादेश अपनी आजादी के 50 साल मना रहा है, तो मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि इसके विकास ने इसके विरोधियों को गलत साबित कर दिया है। बांग्लादेश मजबूत सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए एक प्रेरणास्रोत के रूप में उभरा है।’’
विदेश सचिव ने कहा कि बांग्लादेश का विकास केवल बांग्लादेश के लोगों के ही हित में नहीं है, बल्कि यह क्षेत्र और उससे आगे भी समान रूप से हितकारी है।
श्रृंगला ने कहा कि हालिया अतीत में दोनों ओर से व्यापार बढ़ा है और बांग्लादेश से निर्यात पहली बार इस साल दो अरब डॉलर के पार पहुंच जाने की संभावना है। उन्होंने कहा कि व्यापार की गति बढ़ाने के लिए समग्र आर्थिक सहयोग समझौते के शुरुआती निष्कर्ष अहम हैं।
उन्होंने कहा कि इसके अलावा कनेक्टिविटी पर ध्यान दिए जाने की आवश्यकता है। श्रृंगला ने इस बात पर प्रकाश डाला कि भारत और बांग्लादेश ने अपने अंतर्देशीय जलमार्गों के माध्यम से कनेक्टिविटी बढ़ाने में उल्लेखनीय प्रगति की है।
श्रृंगला ने कहा कि भारत और बांग्लादेश ने कोविड-19 वैश्विक महामारी के दौरान निकटता से सहयोग किया और महामारी की विभिन्न लहरों के दौरान आवश्यक दवाओं की आपूर्ति के जरिए एक-दूसरे की मदद की।
उन्होंने कहा कि भारत बहु-क्षेत्रीय तकनीकी एवं आर्थिक सहयोग के लिए बंगाल की खाड़ी पहल ढांचे के तहत क्षेत्रीय सहयोग की गति बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है।
इस बीच, विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने आलम के साथ बातचीत की और संबंधों को मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की।
भाषा सिम्मी नेत्रपाल
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