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Friday, 28 November, 2025
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विदेशी नस्लों के कुत्तों पर रोक लगाई जाए : पेटा इंडिया

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नयी दिल्ली, 28 नवंबर (भाषा) पशु अधिकार संगठन ‘पेटा इंडिया’ ने दिल्ली सरकार से विशेष रूप से आक्रामकता और अवैध लड़ाई के लिए पाले जाने वाले विदेशी नस्लों के कुत्तों को रखने, उनका प्रजनन कराने और बिक्री पर तत्काल रोक लगाने की मांग की है।

पेटा इंडिया ने यह अनुरोध दिल्ली में पिटबुल प्रजाति के कुत्ते द्वारा छह साल के बच्चे पर हमला करने और उसे गंभीर रूप से घायल की घटना के बाद किया है।

पेटा इंडिया ने दिल्ली के मुख्य सचिव और दिल्ली छावनी बोर्ड के सीईओ को लिखे पत्र में पिटबुल टेरियर, रोटवीलर, पाकिस्तानी बुली कुत्ता, डोगो अर्जेंटीनो, प्रेसा कैनारियो, फिला ब्रासीलीरोस, बुल टेरियर, केन कॉर्सो और एक्सएल बुली जैसी नस्लों पर प्रतिबंध लगाने की अपनी लंबे समय से चली आ रही मांग को दोहराया।

संगठन ने कहा कि इन नस्लों को ‘‘जानबूझकर लड़ाई और हमलों के लिए पाला जाता है’’ और अक्सर ‘‘ऐसे खरीदारों को बेच दिया जाता है जो बाद में उन्हें नियंत्रित करने में असमर्थ होते हैं।’’

पेटा इंडिया ने राजधानी में पालतू जानवरों की अवैध दुकानों और प्रजनन केंद्रों को बंद करने के लिए पशु क्रूरता निवारण (पालतू जानवरों की दुकान) नियम, 2018 और कुत्ता प्रजनन और विपणन नियम, 2017 को सख्ती से लागू करने की भी मांग की।

इसने आवारा कुत्तों को ज्यादा से ज्यादा अपनाने पर भी जोर दिया, यह देखते हुए कि दिल्ली की सड़कों पर इनकी संख्या करीब 10 लाख है।

पेटा इंडिया के नीति सहयोगी शौर्य अग्रवाल ने कहा, ‘‘पिटबुल टेरियर, अमेरिकन बुली, पाकिस्तानी बुली कुत्ते और लड़ने के लिए पाले गए अन्य कुत्तों के साथ आमतौर पर दुर्व्यवहार किया जाता है और उन्हें हिंसक प्रशिक्षण के लिए मजबूर किया जाता है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘इन कुत्तों को रखने और पालने पर प्रतिबंध लगाने वाली नीति इन कुत्तों और आम जनता दोनों की रक्षा करेगी।’’

बयान के अनुसार, यह नवीनतम हमला हाल के वर्षों में दिल्ली में दर्ज की गई इसी तरह की घटनाओं की शृंखला में से एक है।

अक्टूबर 2024 में, एक पालतू पिटबुल ने 22 वर्षीय एक व्यक्ति का कान काट लिया था।

इससे पहले की घटनाओं में जगतपुरी में सात साल की बच्ची को बुरी तरह से घायल करना, बुराड़ी में एक बछड़े पर हमला और बुराड़ी में ही 18 महीने के बच्चे पर हमला शामिल है।

इस मुद्दे को गंभीर बताते हुए, संगठन ने दिल्ली सरकार से एमसीडी आयुक्त और एनडीएमसी अध्यक्ष को तुरंत कार्रवाई करने का निर्देश देने का अनुरोध किया।

भाषा तान्या धीरज

धीरज

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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