पणजी: दिप्रिंट से बात करने वाले दो चश्मदीदों ने बताया कि गोवा के नॉर्थ गोवा स्थित नाइटक्लब में लगी आग क्लब मैनेजमेंट द्वारा इस्तेमाल किए गए ‘फूलझड़ी जैसे पटाखों’ से शुरू हुई थी, जिसमें शनिवार देर रात 25 लोगों की मौत हुई.
इन चश्मदीदों के अनुसार, इन पटाखों से निकली चिंगारियां क्लब की “बांस की छत” से टकराईं. क्लब का नाम बर्च बाय रोमियो लेन है और उस समय वहां करीब 200 लोग मौजूद थे. चश्मदीदों ने संभवतः बांस की फॉल्स सीलिंग का जिक्र किया.
देर रात करीब 11.45 बजे यह हादसा हुआ. उस समय लोग डीजे पार्टी में नाच रहे थे. एक चश्मदीद ने दिप्रिंट को बताया, “लोग डीजे पार्टी और परफॉर्मेंस का आनंद ले रहे थे. तभी क्लब के स्टाफ ने फूलझड़ी जैसे पटाखे जलाए जिनकी चिंगारी बांस की छत पर जा लगी. उन्होंने शुरुआत में ठंडे पानी से आग बुझाने की कोशिश की लेकिन आग बहुत तेजी से फैल रही थी.”
दूसरे चश्मदीद ने कहा, “पूरा कॉम्प्लेक्स पांच मिनट में आग का गोला बन गया. क्लब धुएं से भर गया. आग लगने के बाद भगदड़ और अफरा-तफरी मच गई. हमारे सभी दोस्त बचकर निकल आए, सिर्फ एक घायल हुआ.”
यह नाइटक्लब पिछले साल फरवरी में जनता के लिए खोला गया था.
चश्मदीदों के समूह में बेंगलुरु से आए आठ लोग शामिल थे जो घटना के समय क्लब में मौजूद थे.
अब तक सात लोगों को गोवा मेडिकल कॉलेज के प्लास्टिक सर्जरी और बर्न्स विभाग में भर्ती किया गया है.
गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने आग के कारणों की जांच और यह पता लगाने के लिए कि क्लब मालिकों के पास लाइसेंस और फायर सेफ्टी इंतजाम थे या नहीं, जांच के आदेश दिए हैं.
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