पणजी, एक मार्च (भाषा) बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने मराठा राजा छत्रपति शिवाजी महाराज और गोवा के साथ उनके संबंधों के बारे में कोंकणी लेखक उदय भेंबरे के बयान को लेकर उनके आवास के बाहर विरोध प्रदर्शन किया।
कार्यकर्ताओं के एक समूह ने शुक्रवार शाम दक्षिण गोवा के मडगांव शहर में 87 वर्षीय लेखक के आवास के बाहर शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन किया और सोशल मीडिया पर अपलोड किए गए उनके ‘जागोर’ शीर्षक वाले वीडियो की निंदा की, जिसमें उन्होंने मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत की आलोचना की थी।
सावंत ने शिवाजी जयंती से जुड़े एक राज्य स्तरीय समारोह को इस सप्ताह की शुरुआत में संबोधित करते हुए दावा किया था कि पुर्तगाली शासन के दौरान अधिकांश गोवावासियों को ईसाई धर्म में परिवर्तित होने से बचा लिया गया था क्योंकि शिवाजी महाराज का राज्य के अधिकांश हिस्सों पर शासन था जबकि तीन तालुका में पुर्तगाली शासन था।
भेंबरे ने अपने वीडियो में सावंत के दावे का खंडन किया और उन पर ऐतिहासिक तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश करने का आरोप लगाया।
प्रदर्शनकारियों ने वीडियो में भेंबरे के बयान की निंदा की और दक्षिण गोवा के कुनकोलिम गांव में उनका पुतला जलाया तथा बाद में वे मडगांव शहर में उनके आवास की ओर रवाना हो गए।
बजरंग दल की गोवा इकाई के संयोजक विराज देसाई ने दावा किया कि लेखक द्वारा वीडियो में दिए गए बयानों के समर्थन में कोई सबूत नहीं है और उन्होंने आरोप लगाया कि भेंबरे एक विशेष समुदाय को खुश करने और मराठा राजा का अपमान करने के लिए इतिहास को विकृत कर रहे हैं।
प्रदर्शन के समय अपने घर में मौजूद भेंबरे ने प्रदर्शनकारियों से बात की और वीडियो में दिए गए उनके बयान का समर्थन करने की कोशिश की लेकिन प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि वह अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांगें।
लेखक ने हालांकि माफी मांगने से इनकार कर दिया और कहा कि वह अपने बयान पर कायम हैं।
भाषा प्रशांत सिम्मी
सिम्मी
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