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Tuesday, 19 November, 2024
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कर्नाटक के शिवमोगा में बजरंग दल के एक कार्यकर्ता की हत्या, हिंसा भड़की

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शिवमोगा (कर्नाटक), 21 फरवरी (भाषा) कर्नाटक के शिवमोगा में बजरंग दल के 28 वर्षीय एक कार्यकर्ता की कथित तौर पर चाकू मारकर हत्या कर दी गई। सोमवार को मृतक के अंतिम संस्कार के दौरान हिंसा भड़की उठी, जिसमें एक फोटो पत्रकार और महिला पुलिसकर्मी समेत तीन लोग घायल हो गए।

पुलिस ने कहा कि रविवार रात को हुई हत्या के मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है जबकि बाकी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए प्रयास जारी हैं। वहीं, राज्य सरकार ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।

राज्य के गृह मंत्री अरगा ज्ञानेंद्र ने संदेह जताया है कि हमलावर समूह में चार-पांच लोग शामिल थे।

सोमवार को पथराव की घटना उस समय हुई, जब पुख्ता सुरक्षा इंतजाम के बीच अंतिम संस्कार के दौरान कुछ उपद्रवियों ने पथराव कर दिया। साथ ही कुछ वाहनों को जलाने और क्षतिग्रस्त किए जाने के अलावा कुछ दुकानों में तोड़फोड़ होने की जानकारी भी सामने आयी है।

आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, मृत कार्यकर्ता हर्षा का शव अस्पताल से अंतिम संस्कार के लिए लेकर जाने के दौरान पथराव किया गया।

पुलिस ने कहा कि हत्या के मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने हालात को काबू में करने का प्रयास किया और शव अंतिम संस्कार के लिए ले जाने का रास्ता साफ किया।

पुलिस ने बताया कि भारती कॉलोनी की रवि वर्मा गली में रविवार रात अज्ञात हमलावरों ने हर्षा नामक व्यक्ति की कथित तौर पर चाकू से वार करके हत्या कर दी।

ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज मंत्री एवं शिवमोगा से विधायक के.एस. ईश्वरप्पा ने जिले के ‘‘मुसलमान गुंडों’’ पर हत्या का आरोप लगाया है।

ईश्वरप्पा ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार पर भी आरोप लगाया कि ‘‘उनके बयान ने अल्पसंख्यक समुदाय में असामाजिक तत्वों को उकसाया।’’

उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘डी के शिवकुमार ने हाल में एक भड़काऊ बयान दिया था कि एक सरकारी स्कूल परिसर से राष्ट्रीय ध्वज हटाकर भगवा झंडा फहराया गया है और सूरत से वाहनों में भरकर 50 लाख भगवा झंडे लाए गए और छात्रों को बांटे गए। इसने मुसलमान गुंडों को उकसाया। हम शिवमोगा में ऐसी गुंडागर्दी नहीं चलने देंगे।’’

वहीं, शिवकुमार ने मंत्री पर पलटवार करते हुए कहा कि ईश्वरप्पा को उनका नाम लिए बिना नींद नहीं आ सकती।

शिवमोगा के उपायुक्त आर सेल्वामणि ने पत्रकारों को बताया कि शहर में दण्ड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है और सभी स्कूलों और कॉलेजों को बंद करने के आदेश दिए गए हैं।

सेल्वामणि ने कहा, ‘‘पुलिस मामले की जांच कर रही है और अपराधियों का पता लगाने की कोशिश जारी है। शहर में धारा 144 लागू की गई है। इसलिए स्कूल और कॉलेज में दो दिन की छुट्टी रहेगी। हम हालात पर जल्द से जल्द काबू पाने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहे हैं।’’

अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) मुरुगन ने कहा कि हालात को काबू करने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ अधिकारी विभिन्न इलाकों का दौरा कर रहे हैं।

मुरुगन ने कहा कि जांच दल ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और इस घटना में संलिप्त अन्य लोगों के बारे में भी पूरी जानकारी एकत्र कर ली है। उन्होंने कहा कि अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं।

इससे पहले, पुलिस अधीक्षक बीएम लक्ष्मी प्रसाद ने पत्रकारों को बताया कि घटना में शामिल अपराधियों का पता लगाने के लिए एक कार्यबल का गठन किया गया है।

प्रसाद ने कहा, ‘‘ हमारी प्राथमिकता उनका (घटना में शामिल अपराधियों का) पता लगाना और उन्हें सजा दिलवाना है। हम लोगों से सहयोग करने और कोई भावनात्मक कदम नहीं उठाने की अपील करते हैं।’’

मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने पत्रकारों से कहा कि उन्हें उम्मीद है कि घटना में शामिल लोगों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

बोम्मई ने बेंगलुरू में पत्रकारों से कहा, ‘‘ जांच शुरू हो गई है और कुछ पुख्ता सबूत मिले हैं। हमें उम्मीद है कि हत्यारों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।’’

मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने पुलिस को यह सुनिश्चित करने को कहा कि अन्य स्थान पर कोई अप्रिय घटना ना हो। बोम्मई ने कहा, ‘‘ मैं शिवमोगा के लोगों से कहना चाहूंगा कि हमने हत्यारों को जल्द गिरफ्तार करने के लिए कदम उठाए हैं। अफवाहों पर ध्यान ना दें। कानून एवं व्यवस्था बनाए रखें।’’

इस बीच, कर्नाटक के गृह मंत्री अरगा ज्ञानेंद्र शिवमोगा पहुंचे और हर्षा के परिवार से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि अब तक हत्या के इस मामले में किसी संगठन के संलिप्त होने संबंधी कोई जानकारी सामने नहीं आयी है। मंत्री ने कहा कि मामले में चार-पांच लोगों के समूह के शामिल होने का पता चला है।

ज्ञानेंद्र ने पत्रकारों से कहा, ‘‘पुलिस को सबूत मिले हैं और घटना में शामिल लोगों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। सूचना के अनुसार, चार-पांच लोग इसमें शामिल थे।’’

एक सवाल के जवाब में ज्ञानेंद्र ने कहा कि हर्षा एक हिंदू कार्यकर्ता था और पता चला है कि उसके खिलाफ कई मुकदमे दर्ज थे और पूर्व में भी उस पर हमला हुआ था। उन्होंने कहा कि सभी बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए जांच की जा रही है।

कांग्रेस नेता शिवकुमार ने कहा कि ऐसी जानकारी मिली है कि हत्या शायद निजी रंजिश के चलते की गई।

उन्होंने कहा, ” मीडिया में इस तरह की खबरें हैं। दोषी को हर हाल में सजा मिलनी चाहिए। मृतक के परिजन को न्याय मिलना चाहिए।”

उधर, ”जस्टिस फोर हर्षा” हैशटेग भी ट्विटर पर ट्रेंड करता रहा और सोशल मीडिया पर भी लोगों ने मामले में न्याय दिलाए जाने की मांग उठायी।

भाषा शफीक नरेश

नरेश

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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