गाजियाबाद (उप्र), 18 अप्रैल (भाषा) उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर चार पर कथित तौर पर हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार सुबह अंतिम मुगल बादशाह बहादुर शाह जफर की तस्वीर को औरंगजेब की तस्वीर होने का दावा करते हुए उस पर कालिख पोत दी।
रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के एक अधिकारी ने बताया कि मामले में प्राथमिकी दर्ज कर जांच की जा रही है।
प्लेटफॉर्म पर यह पेंटिंग दिशा फाउंडेशन द्वारा गंदी दीवारों को सुंदर बनाने के लिए बनाई गयी थी। हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने दावा किया कि यह पेंटिंग औरंगजेब की है, न कि बहादुर शाह जफर की।
आरपीएफ के सहायक सुरक्षा आयुक्त (एएससी) एस.एस. गर्ब्याल ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने इस मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ रेलवे अधिनियम की धारा 147/166 के तहत प्राथमिकी दर्ज कराई है।
इस बीच दिशा फाउंडेशन की डॉ. उदिता त्यागी ने एक वीडियो जारी कर कहा है कि पहले दिशा फाउंडेशन ने शहर को सुंदर बनाने के लिए गंदी दीवारों पर पेंटिंग की थी और बहादुर शाह जफर की इस पेंटिंग को स्वतंत्रता सेनानी के रूप में चुना गया था। अब वह या फाउंडेशन किसी मुगल बादशाह की तारीफ करने के पक्ष में नहीं है।
आरपीएफ अधिकारी ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है।
भाषा
सं, आनन्द, रवि कांत रवि कांत
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